दरअसल, जो बिडेन ( Joe Biden ) की जीत को पलटने की ट्रंप की कोशिशों में रिपब्लिकन पार्टी के कई सांसद उनका साथ दे रहे हैं। ऐसा तब किया जा रहा है जबकि जो बिडेन की जीत पर औपचारिक ऐलान 6 जनवरी को होने वाला है। इसके लिए 6 जनवरी को संसद का सत्र आयोजित किया जा रहा है।
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ट्रंप कोशिश कर रहे हैं कि 6 जनवरी को जब सदन में इलेक्टोरल कॉलेज वोटों ( Electoral College Votes ) की गिनती हो तो इन परिणामों को खारिज कर दिया जाए। बता दें कि शनिवार को सीनेटर टेड क्रूज ने 11 सांसदों और नवनिर्वाचित सांसदों के गठबंधन की घोषणा की है। ये तमाम सांसद और सीनेटर ट्रंप की लड़ाई में साथ दे रहे हैं।
बिडेन को शपथ लेने से रोकना नामुमकिन
आपको बता दें कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बिडेन ( President Elect Joe Biden ) आगामी 20 जनवरी को अमरीका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे, वहीं कमला हैरिस अमरीका की पहली महिला उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगी।
जो बिडेन को शपथ लेने के लिए रोकने यानी की चुनाव परिणाम को बदलने के लिए ट्रंप लगातार कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में कई सांसद उनका साथ दे रहे हैं। मिसौरी से सांसद जोश हॉवले ने कहा था कि वह बुधवार को संसद के संयुक्त सत्र में प्रांतों की गणना का विरोध करने में प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन सदस्यों का साथ देंगे।
हालांकि सबसे बड़ी बात ये है कि जिन 11 सांसदों को ट्रंप की मदद के लिए अधिसूचित किया गया है, उनका भी मानना है कि जो बिडेन को 20 जनवरी को शपथ लेने से नहीं रोका जा सकता है। टेड क्रूज ने कहा कि हम इस पूरी प्रक्रिया को बिल्कुल भी हल्के में नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि संसद सत्र के दौरान चुनाव परिणामों के ऑडिट के लिए चुनाव आयुक्त की नियुक्ति नहीं की जाती है, तो वे प्रांतों के इलेक्टोरल कॉलेज के खिलाफ मतदान करेंगे।
इधर, सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया से जुड़े प्रवक्ता माइकग्वीन ने ट्रंप के तमाम कवायद को एक स्टंट बताते हुए खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से तथ्य नहीं बदल जाएगा कि जो बिडेन 20 जनवरी को अमरीका के नए राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे।