नाइजीरिया: गैस डिपो विस्फोट में कम से कम 18 लोगों के मारे जाने की आशंका, दर्जनों घायल दोबारा मिलेंगे ट्रंप और किम सोमवार को प्रेस ब्रीफिंग में वाइट हाउस की सचिव सारा सैंडर्स ने संवाददाताओं से कहा, “किम के पत्र का प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्रपति ट्रंप के साथ एक और बैठक का अनुरोध करना था।” हालांकि वाइट हाउस ने यह स्पष्ट कर दिया कि तब तक किम जोंग उन के लिए पत्र जारी नहीं करेगा जब तक कि कोरियाई तानाशाह वाइट हाउस से पत्र जारी होने पर पूर्ण सहमति न दे दें।
ट्रंप ने जताई थी ‘सकारात्मक उत्तर’ की उम्मीद सैंडर्स ने कहा कि यह पत्र “परमाणु वार्तालापों की प्रति प्रतिबद्धता” दिखाता है। उन्होंने कहा कि इस पत्र से कम से कम यह दिखता है कि कोरियाई नेता परमाणु वार्ता पर गंभीर है। बता दें कि शुक्रवार को ट्रंप ने किम जोंग-उन से ‘सकारात्मक पत्र’ मिलने की उम्मीद जताई थी। इस बारे में और अधिक जानकारी देने से सैंडर्स ने इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि किम की सहमति के बगैर वाइट हाउस उनके अमरीकी राष्ट्रपति को लिखे पत्र को सार्वजनिक करने की योजना नहीं बना रहा है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा का आरोप, नेशनल हेराल्ड केस को दबाने के लिए कांग्रेस ने किया भारत बंद जून में मिले थे ट्रंप और किम जोंग अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तरी कोरियाई नेता किम जोंग यून ने 12 जून को सिंगापुर में एक ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन आयोजित किया। इस मीटिंग ने दोनों नेताओं ने सकारात्मक रवैया दिखाया। ट्रंप और किम जोंग उन के बीच हुई ऐतिहासिक बैठक में एक संयुक्त बयान जारी किया गया था, जिसमें दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की बहाली और स्थाई शांति के लिए मिलकर काम करने पर जोर दिया था।