असफल हुआ अमरीका का कूटनीतिक प्रयास
ये तस्वीरें इस बात को साबित करने के लिए काफी है कि परमाणु निर्माण को रोकने में अमरीका की ओर से की गई कूटनीतिक प्रयास असफल रही है। दरअसल पिछले महीने ही अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उत्तर कोरियाई राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद अमरीका लगातार दोनों देशों के बीच ‘अच्छे संबंध’ होने का दावा कर रहा है। यही नहीं अमरीका की ओर से प्योंगयोग की ओर से महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण केंद्र को बंद किए जाने की खबर का भी खुब बखान किया था।
किम जोंग अभी भी पूरी कर रहा है अपने मंसूबे
यही नहीं पिछले हफ्ते भी ट्रंप ने अपने एक बयान में कहा था कि अब अमरीका को न्यूक्लियर ट्रीटी यानी परमाणु संधि की जरूरत नहीं है। लेकिन अमरीकी खुफिया एजेंसी ने पिछले हफ्ते उपग्रह की मदद से कुछ तस्वीरें निकाली हैं, जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि उत्तर कोरिया कम से कम एक या दो लिक्विड-फ्युल्ड इन्टरकॉन्टिनेन्टल बॉलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) पर बड़े पैमाने पर काम कर रहा है। अमरीकी एजेंसी ने वहां के मीडिया को भी इस बारे में खास जानकारी दी कि किम जोंग अभी भी अपने मंसूबों को पूरा करने में जुटा हुआ है, जिसके लिए वो चुपके से मिसाइलें बनाने में लगा है।
सानुमदोंग में ही रिसर्च करने की सुविधा
मीडिया रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि किम जोंग प्योंगयांग के बाहर सानुमदोंग में ही रिसर्च करने की सुविधा मुहैया कराई है। कहा जा रहा है इस रिसर्च सेंटर पर खतरनाक परमाणु हथियार बनाने का काम चल रहा है। बेशक ये खबर अमरीका के लिए चिंताजनक है क्योंकि ये वह अनुसंधान है जिसने अमरीका को दहलाने वाले परमाणु हथियार का परीक्षण किया था।
तस्वीर 7 जुलाई को ली गई
तस्वीरों के साथ-साथ खुफिया एजेंसी के अधिकारी इस सेंटर की सारी गतिविधियों के बारे में भी कई जानकारियां दी है। यूएस के उपग्रह निगरानी विभाग के पास से जारी की गई तस्वीरों में एक गहरे लाल रंग के ट्रेलर दिखाई दे रहा है। ये तस्वीर 7 जुलाई को ली गई है। तस्वीर के मुताबिक इस इलाके में कुछ ट्रक और गाड़ियों की लगातार आवाजाही भी दिख रही हैं। इस सबूत के अलावा कुछ प्राइवेट मिसाईल वैज्ञानिकों ने भी उत्तर कोरिया में हो रही गतिविधि की पुष्टि की है।