ये भी पढ़ें- कोरोनाः अगर हैं बीमार, तो घबराए नहीं, घर बैठे जांच से लेकर अस्पताल में दाखिले तक अपनाएं ये Steps बस फोटो सेशन चल रहा- जानकारी के अनुसार सीएचसी में बने वार्डों में सीएचसी स्टाफ फर्जी इलाज करके फोटो खींच रहे हैं, ऐसा वीडियो में साफ देखा जा सकता है। हैरत की बात यह है कि चार-पांच महिलाओं को फर्जी वीगो लगाकर ऊपर से पट्टी बांधी गई और फिर फोटो खींचकर उन्हें बेड से उठा लिया गया। न किसी को इंजेक्शन लगा गया, न किसी को ड्रिप चढ़ी। बस फोटो सेशन चलता रहा। बताया जा रहा है कि स्टाफ ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वो इन बनावटी मरीजों को आयुषमान कार्ड धारक मरीजों के स्थान पर दिखाकर उनके इलाज के बदले पैसे लेने के प्रयास में लगे हैं।
ये भी पढ़ें- कोरोनाः यूपी पंचायत चुनाव की तारीख बढ़ेंगी आगे? सांसद ने की मांग, कहा- लाशों का ढेर लगा है यहां सीएमओ ने दिया जवाब- इस पूरे मामले को लेकर जब अमेठी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को अवगत कराया गया तो उन्हें वीडियो दिखाया गया तो वो भी दंग रह गए। सीएमओ ने कहा कि मीडिया के माध्यम से ही मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैं चिकित्सा अधीक्षक से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगूगा। ये गंभीर प्रकरण है, इस पर जांच कराई जाएगी। जो दोषी होगा उसके विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। सीएमओ ने यह भी कहा कि, वीडियो जो देखा गया उसमें तो यही है कि ड्रिप लगाकर के केवल फोटो खीची जा रही है। क्या मामला है, यह जांच का विषय है।