गांव के गंगाराम पाल, रामभवन, रजनी, सुरेश व किरसना के घर पर मीटर एक महीने पहले लग चुका है जबकि यहा लाइन नहीं बिछी है। किरसना की मानें तो उसके यहां मीटर निशुल्क लगाया गया है और 25 मीटर केबल भी दी गई है। इसके अलावा जो भी सामान निशुल्क दिया जाना है, वह आज तक नहीं मिला है। गांव की महिलाएं बताती हैं कि मीटर लगने के बाद भी बल्ब के उजाले की हसरत पूरी नहीं हो सकी है। गाव में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को सौभाग्य योजना के तहत निशुल्क बिजली कनेक्शन देकर उन्हें रोशनी मुहैया कराने के सपने पर पानी फिरता नजर आ रहा है। इस मामले में डीएम शकुन्तला गौतम ने जांच कर दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्यवाही की बात की।