दरअसल अमेठी रेलवे स्टेशन पर तैनात रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने ईमानदारी की मिसाल पेस की। पूरा मामला अमेठी रेलवे स्टेशन का है जहां दोपहर में वाराणसी से अमृतसर जाने वाली ट्रेन संख्या 13005 से संग्रामपुर थाना क्षेत्र की एक महिला जालंधर जा रही थी। भीड़ के कारण ट्रेन में चढ़ते समय उसका पर्स गिर गया। उधर आरपीएफ पोस्ट अमेठी में तैनात कांस्टेबल विनोद यादव प्लेटफार्म पर ड्यूटी के दौरान उन्हें गिरा हुआ पर्स मिला जिसे खोलकर देखने पर एक मोबाइल, 1 हजार रुपये नकद व सोने का टॉप्स मिला।
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काफी देर इंतजार करने के बाद जब मोबाइल पर उसको पूछने की संबंधी कोई कॉल नहीं आई तब कांस्टेबल ने मोबाइल को दुकान पर ले जाकर उसका लॉक खुलवाया और उससे नम्बर खोजकर कांस्टेबल विनोद यादव कार्यालय के सहयोग से फोन कर मामले की जानकारी महिला के माता पिता को दी। जानकारी परिजन तुरन्त आरपीएफ पोस्ट अमेठी पहुंचे जहां उसकी पहचान कराकर सारा सामान उनके सुपुर्द कर दिया गया। अपने पूरे समान पाकर महिला के परिजनों ने आरपीएफ पोस्ट पर तैनात विद्या माथुर व कांस्टेबल विनोद यादव को धन्यवाद देकर उनकी ईमानदारी की सराहना की।
वहीं पर सामान की मालकिन की मां सामान को वापस लेने आई अमरावती ने बताया कि यह उनकी बेटी का सामान है उनकी बेटी अमेठी से पंजाब मेल ट्रेन पकड़ कर अंबाला जा रही थी तभी उसका सामान गिर गया और अमेठी आरपीएफ से फोन जाने पर उनको पता चला और हुआ है लेने आई है इस पर्स में रुपया मोबाइल तथा कान के आभूषण मौजूद थे जो कि हमको सुरक्षित प्राप्त हो गए। जिस तरह से रेलवे की पुलिस ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए हमारे सामान को सही सलामत वापस किया है यह बहुत ही काबिले तारीफ है और हम लोग आरपीएफ अमेठी को बहुत-बहुत धन्यवाद व साधुवाद देते हैं।