ग्वालियर

IMD Alert: डीप डिप्रेशन ला रहा तबाही, अगले 24 घंटे पड़ेंगे भारी

IMD Alert: मानसून सीजन खत्म होने को है लेकिन जाते-जाते कहर बरपा रहा है। लगातार और भारी बारिश से कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं। वहीं बंगाल की खाड़ी में बने डीप डिप्रेशन एरिया के कारण IMD ने एक बार फिर भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया है

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बंगाल की खाड़ी में बना डीप डिप्रेशन एरिया, मध्य प्रदेश में बरपा रहा भारी बारिश का कहर

IMD Alert: बंगाल की खाड़ी से आया डीप डिप्रेशन एरिया (अति कम दबाव का क्षेत्र) की वजह शहर सहित जिले में 17:30 घंटे से नॉन स्टॉप बारिश हो रही है। 4.15 इंच (115.3 मिमी) बारिश हो चुकी है। सितंबर में 98 साल बाद शहर में लगातार मूसलाधार बारिश हुई है। जबकि बारिश ने सितंबर 2019 का रिकॉर्ड तोड़ दिया।

भारी बारिश की वजह से शहर और गांव पानी-पानी हो गया है। नदी, नाले उफान पर आ गए। शहर सडक़ों पर जगह-जगह जल भराव हुआ, जिससे ट्रैफिक की रफ्तार थम गई। बारिश के कारण लोग घर से नहीं निकले, जिसकी वजह से बाजारों में लोगों की भीड़ कम रही।

अगले 24 घंटे में भारी बारिश का Red Alert

मौसम विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटे में भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मंगलवार-बुधवार की रात 3 बजे से हल्की बारिश शुरू हो गई थी। सुबह 4 बजे तक बारिश ने रफ्तार पकड़ ली। हल्की, मध्यम व तेज गति से बारिश का दौर दिनभर चला। इससे अधिकतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया।

अतिभारी बारिश के अलर्ट के बाद स्कूलों में छुट्टी

लगातार बारिश के बीच बंगाल की खाड़ी से आए डीप डिप्रेशन एरिया की वजह से ग्वालियर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके मद्देनजर 12 सितंबर को नर्सरी से आठवीं तक के बच्चों के लिए स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। आंगनबाड़ी केंद्रों में भी छुट्टी रहेगी। महिला बाल विकास अधिकारी ने आंगनबाड़ी व जिला शिक्षा अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि छोटे बच्चों को ध्यान में रखते हुए अवकाश किया गया है। इस दौरान स्टाफ उपिस्थत रहेगा।

दिन और रात का मौसम एक जैसा रहा। दिन का तापमान सामान्य से 6.7 डिग्री सेल्सियस कम रहने से मौसम में ठंडक आ गई। 115 मिली मीटर पानी बरसने से औसत का आंकड़ा 908 मिली मीटर पर पहुंच गया। ज्ञात है कि 20 सितंबर 1926 को 24 घंटे में 251 मिली मीटर बारिश हुई थी। अब तक बारिश का ऑल टाइम रिकॉर्ड 1926 का है।


अपर ककैटो के पांच गेट खोले, पार्वती उफान, बाढ़ के हालात बने

शिवपुरी में हुई भारी बारिश की वजह से अपर ककैटो के पांच गेट खोल दिए हैं। इससे हरसी वेस्ट वीयर पर साढ़े चार फीट पानी चल रहा है। इससे भितरवार में बाढ़ की स्थिति बन गई है। इधर नॉन नदी भी उफान पर है। चीनौर, भितरवार के गांव में बाढ़ आ गई है।

  • -मढीखेड़ा के पूरे गेट खुलने की वजह से डबरा क्षेत्र में भी बाढ़ की स्थिति बन गई है।
  • -हरसी हाई लेवल नहर में बरसाती नालों का पानी गिरने से ओवर फ्लो हो गई है। इससे झांकरी अमरोल के बीच नहर फूटने की संभावना बन गई है। बरसाती नालों के रपटे व पुलिया पानी में डूब गई हैं।
  • - ककैटो व पेहसारी से तिघरा की ओर आने वाली नहर अपने लेवल से चार फीट ऊपर चल रही है। इस पानी को हिम्मतगढ़ व रायपुर के बांध में डायवर्ट किया गया है।
- डबरा की शिक्षक कॉलोनी में घुसा पानी


अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी

- डीप डिप्रेशन एरिया (अति कम दबाव का क्षेत्र) को अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त नमी मिल रही है। इस सिस्टम की गति 15 किलोमीटर प्रतिघंटा है, जिसकी वजह से बारिश की रफ्तार बढ़ गई है।

- रात 12 बजे के बाद डीप डिप्रेशन एरिया उत्तर प्रदेश की ओर गया है। ग्वालियर इसके केंद्र में आने की वजह से बारिश की रफ्तार बढ़ेगी।

- यह सिस्टम झांसी-ग्वालियर के बीच से होते हुए गुजर रहा है।

- भितरवार, डबरा में इसका ज्यादा असर है। भितरवार में सुबह 8:30 बजे तक 90 मिली मीटर बारिश चुकी थी।

2021 में पार्वती और सिंध में आया था उफान, फिर से बनी वैसी स्थिति

  • 2021 में शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, श्योपुर में भारी से भारी बारिश होने पर पार्वती व सिंध नदी उफान पर आ गई थी। जिसकी वजह से ग्वालियर जिले में बाढ़ आ गई थी।
  • 2021 की स्थिति फिर से वैसी स्थिति बन गई है। क्योंकि हरसी के वेस्ट वीयर पर साढ़े चार फीट तक पानी चल रहा है। रात में बारिश का और बढऩे पर हरसी का जल स्तर बढ़ सकता है।
  • ग्वालियर में कई क्षेत्रों में जलभराव
  • भितरवार क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित
  • आंगनबाड़ी और स्कूलों में छुट्टी घोषित
  • नाले के तेज बहाव में बह गया बच्चा, नहीं मिला

एक्सपर्ट ने जारी किया भारी बारिश का डबल अलर्ट

डीप डिप्रेशन एरिया की वजह से ग्वालियर चंबल संभाग के जिलों में रेड व ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 12 सितंबर को भी भारी बारिश की संभावना है। कहीं-कही 20 से 30 सेंटीमीटर के बीच बारिश दर्ज हो सकती है।

- डॉ वेदप्रकाश सिंह, डायरेक्टर मौसम केंद्र भोपाल

Updated on:
12 Sept 2024 09:32 am
Published on:
12 Sept 2024 08:25 am
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