Online Chat Rooms : सोशल मीडिया पर लाइव संवाद के लिए प्रचलित चैटरूम में अगर आपके बच्चे सक्रिय हैं तो सावधान हो जाएं। जानें इन मासूम बच्चों के साथ के हो सकता है।
Online Chat Rooms : सोशल मीडिया पर लाइव संवाद के लिए प्रचलित चैटरूम में अगर आपके बच्चे भी सक्रिय हैं तो सावधान हो जाएं। क्योंकि इन दिनों ऑनलाइन चैटरूम की लत में बच्चे साइबर क्राइम का शिकार बन रहे हैं। इन चैटरूम में न केवल बच्चों की भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है बल्कि उन्हें अपराध के दलदल में भी धकेला जा रहा है। विदेशों तक से लोग चैटरूम में बच्चों का ब्रेन वॉश कर उन्हें कुछ भी करने पर मजबूर कर रहे हैं। हालांकि चैटरूम के शिकार बच्चों के अभिभावक इससे पीछा छुड़ाने के लिए साइबर एक्सपर्ट की मदद ले रहे हैं। जयपुर समेत देश के कई शहरों में साइबर एक्सपर्ट के पास ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। अभिभावक मनोचिकित्सकों की मदद भी ले रहे हैं। वहीं साइबर विशेषज्ञों के अनुसार देशभर में बच्चों को ब्लैकमेल करने के मामले बढ़ रहे हैं। विभिन्न प्रदेशों में हाल के दिनों इस तरह की शिकायतों में इजाफा हुआ है।
मनोचिकित्सकों के अनुसार अभिभावक बच्चों से दूरी बना लेते हैं तो बच्चे ऐसी जगह जाते हैं जहां पर उनकी बात सुनी जाए। ऐसे में बच्चे जब सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं तो चैटरूम में बच्चों की इसी कमजोरी का फायदा उठाया जाता है। ऐेसे में बच्चों की भावनाओं को समझ कर उन्हें सुनने चाहिए। ताकि बच्चे अपनी बात अभिभावकों को बता सकें।
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जयपुर के 10वीं कक्षा के बच्चे को सोशल मीडिया स्टार बनाने का झांसा देकर चैटरूम का हिस्सा बनाया गया। बच्चा अभद्र भाषा का प्रयोग करने लग गया। फेमस होने के लालच से घर से चोरी तक करना सीख गया। अभिभावक बच्चे की हरकत से परेशान हुए। काउंसलिंग में बच्चे के चैटरूम्स का हिस्सा बनने की बात सामने आई।
किशोर अवस्था में बच्चे सही-गलत में अंतर नहीं कर पाते और सोशल मीडिया की तरफ आकर्षित होने लगते हैं। इसका असर उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। कम उम्र से ही अगर बच्चों को स्कूल में भी जागरूक किया जाए तो वे सावधानी बरतेंगे।
साइबर एक्सपर्ट गजेंद्र शर्मा ने बताया इन दिनों इस तरह के केस आ रहे हैं। चैटरूम में ऐसी गतिविधियों के शिकार 10वीं और 11वीं कक्षा के बच्चे अधिक हैं। अभिभावक अलर्ट रहें। बच्चा अगर सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा है तो उस पर नजर रखें। इस तरह की गतिविधियां मिलें तो फौरन एक्शन लें। ऐसा मामला सामने आए तो तुरंत साइबर एक्सपर्ट की सलाह लें। https//www.cybercrime.gov.in/ पर शिकायत दर्ज करवाएं।
सोशल मीडिया पर बातचीत के लिए चैटरूम बनाए गए हैं। इसका चलन बढ़ा पर दुरुपयोग होने लगा है। आपराधिक प्रवृत्ति के लोग इन चैटरूम में शामिल होकर अन्य लोगों को शिकार बना रहे हैं। इनका फोकस खासतौर पर बच्चों पर रहता है।
- चैटरूम में बच्चों को कॅरियर, नौकरी और जल्दी पैसा कमाने का झांसा दिया जा रहा है।
- चैटरूम के बहाने बच्चों को गलत गतिविधियों का शिकार बनाया जा रहा है।
- पोर्नोग्राफी, चोरी जैसी गलत गतिविधियों का बच्चों का हिस्सा बनाया जा रहा है। कई चैटरूम्स में किशोरों को अश्लील वीडियो दिखाए जाते हैं।
केस - 1
तस्वीरों का गलत तरीके से इस्तेमाल
जयपुर के 11वीं कक्षा के बच्चे ने चैटरूम जॉइन किया। ऑनलाइन अलग-अलग देशों के लोगों से बातचीत शुरू की। ग्रुप्स में बच्चों की तस्वीरों का गलत तरीके से इस्तेमाल कर बाद में ठगों ने बच्चे को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। अभिभावकों ने साइबर एक्सपर्ट की सलाह के बाद बच्चे को बचाया।
केस - 2
मशहूर होने का लालच
जयपुर के 10वीं कक्षा के बच्चे को सोशल मीडिया स्टार बनाने का झांसा देकर चैटरूम का हिस्सा बनाया गया। बच्चा अभद्र भाषा का प्रयोग करने लग गया। फेमस होने के लालच से घर से चोरी तक करना सीख गया। अभिभावक बच्चे की हरकत से परेशान हुए। काउंसलिंग में बच्चे के चैटरूम्स का हिस्सा बनने की बात सामने आई।
- 3000 से ज्यादा शिकायतें पहुंची साइबर क्राइम पोर्टल पर पिछले साल।
- चार-पांच मामले हर महीने आ रहे हैं प्रदेश में।
अक्सर इन चैट रूम में कई आसामाजिक तत्व मौजूद रहते हैं जो बच्चे के अकाउंट हैक कर उनके अकाउंट से कई लोगों को गलत संदेश भी भेज रहे हैं।
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