पोकरण कस्बे के मुख्य मार्गों पर दुकानों के किए गए अतिक्रमणों को हटाने को लेकर नगरपालिका की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है।
पोकरण कस्बे के मुख्य मार्गों पर दुकानों के किए गए अतिक्रमणों को हटाने को लेकर नगरपालिका की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। शुक्रवार को पालिका के कर्मचारियों ने मुख्य मार्गों पर दुकानों के आगे किए गए अतिक्रमणों को चिन्हित करने के साथ दुकानदारों को स्वेच्छा से दो दिन में सामान हटाने के लिए पाबंद किया है। गौरतलब है कि कस्बे में फलसूंड तिराहे से जैसलमेर रोड मदरसे तक बड़ी संख्या में दुकानें, होटलें, रेस्टोरेंट, चाय-नाश्ते की दुकानें स्थित है। अधिकांश दुकानदारों की ओर से टिनशेड लगाकर व सामान रखकर अतिक्रमण किया गया है। 5 से 7 फीट टिनशेड व सामानों के अतिक्रमण के बाद हाथ ठेले खड़े हो जाते है।
इसके बाद दुकान पर आने वाले ग्राहकों के वाहन खड़े हो जाने से सडक़ संकरी हो जाती है और यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है। साथ ही आए दिन हादसे हो जाते है। गुरुवार को भी एक ट्रक की चपेट में आने से मौलाना की मौत हो गई थी। इस संबध में राजस्थान पत्रिका में पूर्व में 10 नवंबर को 'पोकरण में अव्यवस्थित पार्किंग से चरमराई यातायात व्यवस्था, रोज बढ़ रही परेशानी, दुकानों के अतिक्रमण और हाथ ठेलों से मुख्य मार्ग हो रहा संकड़ा.. शीर्षक व उपशीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया। इसी प्रकार शुक्रवार को 'फिर हाथ ठेलों-वाहनों की भीड़ और जिम्मेदारों का मौन व्रत…शीर्षक से फिर समाचार प्रकाशित कर दुकानों के आगे अतिक्रमणों से हो रही परेशानी व हादसों को लेकर प्रशासन व नगरपालिका का ध्यान आकर्षित किया गया।
कस्बे के मुख्य मार्गों पर दुकानों के आगे अतिक्रमणों को लेकर पत्रिका में समाचार प्रकाशित किए जाने के बाद नगरपालिका शुक्रवार को हरकत में आया। नगरपालिका की ओर से कस्बे के फलसूंड तिराहे से जैसलमेर रोड मदरसे तक दुकानों के आगे अतिक्रमणों व टिनशेड को चिन्हित किया गया। इसके साथ ही उन्हें दो दिन में हटाने के लिए पाबंद किया गया। दुकानदारों की ओर से स्वेच्छा से सामान व अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है तो नगरपालिका की ओर से सोमवार को इन्हें हटाने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।