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आपकी बात…अतिक्रमण की समस्या से निपटने के लिए क्या प्रयास किए जा सकते हैं?

पाठकों ने इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं भेजी हैं। प्रस्तुत हैं पाठकों के कुछ विचार

2 min read
Mar 25, 2025

बाधित होतीं जनसुविधाएं
अतिक्रमण के पसार से देश मे जनसुविधाएं बाधित हो रही है। सड़कों, फुटपाथों, सरकारी जमीनों पर अवैध निर्माण आम हो गया है। इससे निजात तभी मिल सकती है जब प्रारंभिक चरण में स्थानीय प्रशासन सचेत रहे। आंख मुंदते ही रातों रात मीनारें खड़ी हो जाती हैं। जब तोड़फोड़ की नौबत आती है, तो विवाद, कोर्ट-कचहरी शुरू हो जाती है। सख्त निगरानी और समय पर कार्रवाई से इस समस्या को काफी हद तक रोका जा सकता है। राजनीतिक दखलअंदाजी भी अतिक्रमण की बड़ी वजह है। - अमृतलाल मारू 'रवि' इंदौर

स्थानीय प्रशासन की सख्ती जरूरी
अतिक्रमण की समस्या हर जगह है जिसके कारण आवागमन में बाधाओं से दुघर्टनाओं में भी वृद्धि होती है। अतिक्रमण को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन को सख्त होना चाहिए कानून तो बहुत है लेकिन अनदेखी के चलते प्रशासन निष्क्रिय बना रहता है अगर कार्रवाई होती भी है तो दिखावे के लिए ऐसी स्थिति पर सरकार को सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। - हरिप्रसाद चौरसिया, देवास

यह जिम्मेदारी सभी की
अतिक्रमण को हटाने के लिए किसी विशेष वर्ग की जिम्मेदारी नहीं सबकी है। फिर भी स्थानीय प्रशासन और स्थानीय लोगों की भागीदारी से इस काम में ज्यादा मदद मिल सकती है। जैसे ही किसी भी जगह अतिक्रमण होता हुआ दिखाई दे, तुरंत वहां के स्थानीय प्रशासन को तुरन्त सूचित करें ,जिससे तुरंत कार्रवाई हो। इससे लोगों को भी आने जाने में भी सुविधा होगी और जाम की समस्या भी खत्म हो सकती है। - निर्मला देवी वशिष्ठ, राजगढ़

अतिक्रमण की कार्रवाई तुरन्त हो
अतिक्रमण समस्या से निपटने के लिए सरकार को कठोर कानून बनाने चाहिए। उन पर अमल होना चाहिए जो भी व्यक्तिसंस्था सरकारी जमीन या अन्य किसी की जमीन पर अवैध कब्जा करता है, उसे तुरंत बेदखल करना चाहिए और मामले को ज्यादा लंबा नहीं खींचना चाहिए समय-समय पर अतिक्रमण को हटाने के लिए के लिए एंटी अतिक्रमण की टीम होनी चाहिए। - रामनरेश गुप्ता, जयपुर

Published on:
25 Mar 2025 07:13 pm
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