CG Liquor Scam: कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट शनिवार को रायपुर के सेंट्रल जेल पहुंचे। यहां उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य और पूर्व मंत्री कवासी लखमा से मुलाकात की।
CG Liquor Scam: कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट शनिवार को रायपुर के सेंट्रल जेल पहुंचे। यहां उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य और पूर्व मंत्री कवासी लखमा से मुलाकात की। उनके साथ नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और प्रभारी सचिव भी मौजूद थे। इसके बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए पायलट ने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं की छवि धूमिल करने और उन्हें भ्रष्ट बताने का षड़यंत्र किया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकार मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। कांग्रेस इससे डरने वाली नहीं है।
पायलट ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार निरंतर रूप से अपने विरोधियों को डराने, धमकाने और भयभीत करने का काम कर रहे हैं। कांग्रेस के नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री के परिवार के सदस्यों पर जो कार्रवाई की है, वो कहीं ना कहीं इस बात को साबित करता है कि केंद्र और प्रदेश की एजेंसी का उपयोग सिर्फ विरोधियों की आवाज को दबाने के लिए कर रही है। बिना समन व वारंट दिए किसी को उठा लेना और मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। हम सब को न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। ईडी के माध्यम से सोनिया और राहुल को अपराधी साबित करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में तो यह साबित हो गया है।
हर मोड पर एजेंसी का उपयोग कर मुद्दों से भटकना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में भाजपा और एनडीए के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता के लिए खड़ी है। हम और हमारी पार्टी एक कदम भी पीछे नहीं हटेगी।
सेंट्रल जेल के बाद पायलट कुछ देर राजीव भवन भी गए। यहां उन्होंने वरिष्ठ नेताओं से चर्चा भी की। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष मौजूद नहीं थे। वहीं, पायलट के पूरे दौरे के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की अनुपिस्थति चर्चा में रही।
भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के दौरे पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में ’पप्पू’ और छत्तीसगढ़ में ’बिट्टू’, क्या उनकी अब यही राजनीति बची है? सचिन छत्तीसगढ़ आकर क्या यही बताना चाहते हैं कि कांग्रेस परिवारवाद में ही सिमटकर रह गई है? क्या यही भारत की सेवा करना है?
उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के वैचारिक दीवालिएपन का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है कि कांग्रेस का आर्थिक नाकाबंदी आंदोलन न देश, न प्रदेश और न ही जनता के हित से जुड़े मुद्दों को लेकर हुआ। यह आंदोलन भूपेश बघेल के उस बेटे के बचाव में किया गया जो कांग्रेस का पदाधिकारी तक नहीं है।