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अनूपपुर

पार्टी के आधार पर नहीं जन एजेंडा के आधार पर सांसद तय करें विकास का आधार

सडक़, पानी, बिजली, स्वास्थ्य व शिक्षा की बुनियादी सुविधाओं के लिए करें प्रयास, नागरिकों को मिलेगी सुख का आधार

अनूपपुरMar 31, 2019 / 09:51 pm

Rajan Kumar Gupta

Based on the party, decide on the basis of the public agenda, the basi

पार्टी के आधार पर नहीं जन एजेंडा के आधार पर सांसद तय करें विकास का आधार

अनूपपुर। राजनीति में स्वच्छ लोगों के आने और क्षेत्र के मुद्दो उम्मीदवार और लोक सभा चुनाव से जुड़े विभिन्न पहलूओं को लेकर पत्रिका चेंजमेंकर अभियान की चुनाव पर चर्चा कार्यक्रम के तहत रविवार को एक्सीलेंस स्कूल परिसर में जनएजेंडा विषय पर परिचर्चा हुई। जिसमें नगर के प्रबुद्धजनों व महिलाओं ने क्षेत्र की समस्याओं को रखते हुए लोकसभा चुनाव में खड़े होने वाले उम्मीदवारों के लिए भी सामूहिक जनएजेंडे के तहत विकास के आधार रखने की बात कही। इस मौके पर नगरवासियों ने क्षेत्र की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की। सभी उपस्थित सदस्यों ने एक सुर में पार्टी उम्मीदवारों को पार्टी के आधार पर नहीं स्थानीय जनएजेंडा के आधार पर विकास के आधार निर्धारित करने के विचार दिए। ताकि नगरवासियों व ग्रामीणों को समस्याओं से निजात मिल सके।
स्थानीय जनएजेंडा के आधार पर तय हो विकास
हमेशा पार्टी वोट के आधार पर एजेंडा तय करती है। जिसमें क्षेत्र की समस्याएं का आंशिक हल हो पाता है, समस्याएं मूल रूप में रह जाती है। इसलिए उम्मीदवार पार्टी के एजेंड के आधार पर नहीं स्थानीय एजेंडे के आधार पर विकास का आधार तय करें। क्षेत्र में आज भी रेलवे ओवरब्रिज, जिला अस्पताल भवन, सडक़ निर्माण की प्रक्रिया अटकी पड़ी है। इससे आमजनों को दशकों से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अशोक शर्मा, बीमा अधिकारी अनूपपुर।
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कन्या कॉलेज की हो स्थापना, युवतियों को मिले शिक्षा का लाभ
अनूपपुर जिले में कन्या कॉलेज की सुविधाएं नहीं है। तकनीकि शिक्षा के नाम पर आईटीआई संस्थाएं है। लेकिन उनकी शिक्षा स्तर संस्था के अनुरूप नहीं है। युवतियां सामान्य कॉलेजों में असुरक्षित माहौल में शिक्षा ग्रहण कर रही है। इससे बौद्धिक स्तर प्रभावित होता है और शिक्षाएं कमजोर हो जाती है। अनूपपुर जिले से महिला सांसद भी रही, लेकिन महिलाओं की हितें गौण रही। शिक्षा का स्तर बेहतर बनाने किसी प्रतिनिधि ने पहल नहीं की।
प्रभा मसीह, स्थानीय निवासी अनूपपुर।
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मूलभूत आवश्यकताओं की हो पूर्ति
वर्तमान में आम व्यक्ति के लिए सडक़, बिजली, स्वास्थ्य, और शिक्षा के साथ रोजगार सबसे बड़ी आवश्यकता है। इसके लिए सांसद को चाहिए कि क्षेत्र में औद्योगिक विकास, के साथ मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने पर ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा स्वास्थ्य के लिए दशकों से जिला अस्पताल भवन के निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढाते हुए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कराएं, ताकि आदिवासी क्षेत्र के मरीजों का इसका लाभ मिल सके।
सीता शुक्ला, स्थानीय निवासी अनूपपुर।
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पानी की समस्या के प्रति सांसद हो गम्भीर
लोकसभा क्षेत्र पानी की समस्या से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है। नर्मदा, सोन, जोहिला, गोडारू, अलान, तिपानी सहित अन्य नदियों के बाद भी हर वर्ष गर्मी के दिनों में पानी की समस्या उठ खड़ी होती है। इसके लिए सांसद को चाहिए जमीनी स्तर पर जल संरक्षण की नीति तैयार करें, पदाधिकारियों के साथ खुद भी इसकी निगरानी लें, तभी क्षेत्र में पानी की समस्या को दूर किया जा सकेगा।
मीरा तिवारी, स्थानीय निवासी अनूपपुर।
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मेडिकल कॉलेज की स्थापना में हो पहल
गम्भीर रोगों के उपचार के साथ दुर्घटना में गम्भीर मरीजों के बेहतर स्वास्थ्य लाभ की सुविधा अनूपपुर में नहीं है। रीवा, जबलपुर या बिलासपुर भटकना उनकी विवशता है। जबकि हमारे यहां मेडिकल कॉलेज के लिए प्रस्ताव मंगवाए जा रहे हैं। सांसद को इसके लिए प्रयास करते हुए बिना किसी भेदभाव के अनूपपुर में मेडिकल कॉलेज को स्थापित करने के लिए पहल करनी चाहिए। अगर मेडिकल कॉलेज स्थापित होता है तो हजारों गम्भीर मरीजों को मौत से बचाया जा सकेगा।
मीना गुप्ता, स्थानीय छात्रा अनूपपुर।
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रोजगार के अभाव में पलायन के प्रति सांसद को बनानी होगी रणनीति
देश में रोजगार और शिक्षा दो बड़े मुद्दे हैं। लेकिन दोनों की ही स्थिति दयनीय है। जनप्रतिनिधियों द्वारा कभी इस समस्या के प्रति गम्भीरता नहीं दिखाई। लेकिन अब युवा वर्ग राजनीति के हर एजेंडे पर अपना ध्यान रख रहा है। सांसद को रोजगार के प्रति रणनीति बनानी होगी। जनता के बीच पहुंचकर क्षेत्र के अनुसार जरूरतों के आधार पर रोजगार और औद्योगिक स्थापना के लिए पहल करनी होगी। तभी रोजगार के अभाव में बननी वाली पलायन को रोका जा सकता है।
राहुल पासी, छात्र अनूपपुर।
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भ्रष्टाचार पर प्रहार, तभी ब्यूरोक्रेशी होगी सशक्त
क्षेत्र के विकास की रफ्तार धीमा में लगातार जमे शासकीय सेवकों के स्थानांतरण नहीं होना भी एक कारण है। जिसमें अधिकांश राजनीति दवाब में स्थानांतरण नहीं होना माना जाता है। इससे भ्रष्टचार को अधिक बढ़ावा मिलता है। चाहे किसी भी पार्टी का सांसद हो उसकी सोच दलगत भावना से उठकर होनी चाहिए, ऐसे सेवकों के स्थानांतरण प्रक्रिया को बढ़ाते हुए ब्यूरोक्रेशी को सशक्त बनाने में आगे आए। इससे जहां क्षेत्र में शासकीय सेवक अपनी जिम्मेदारियों को अंजाम देंगे वहीं विकास के नए आयाम खुलेंगे।
महेश नापित, स्थानीय निवासी अनूपपुर।
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बेहतर शिक्षा के अभाव में रोजगार से न हो वंचित
अनूपपुर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के साथ साथ राजनीतिक स्तर पर भी शून्य क्षेत्र रहा है। भले ही हमने शहडोल संसदीय क्षेत्र के लिए सर्वाधिक समय के लिए सांसद दिए हैं। लेकिन हालात यह कि पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र से सर्वाधिक समय के लिए चयनित उम्मीदवारों के घर आज भी एक बेतहर सुविधायुक्त कॉलेज नहीं है। जिले में छह कॉलेज है, लेकिन एक भी कॉलेज में स्वीकृत पदों के अनुसार प्राध्यापक व विषय विशेषज्ञ नहीं है। जिसके अभाव में जिले के युवाओं को रोजगार नहीं मिल पाता। सांसद को क्षेत्र में बेहतर शिक्षा व रोजगार के लिए कदम बढ़ाना होगा।
सुनीला मिश्रा, स्थानीय नागरिक अनूपपुर।

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