मामला ईसागढ़ के शासकीय कॉलेज का है। जहां वर्ष 2012 में कॉलेज शुरु हुई, तो जिला योजना समिति ने उच्च शिक्षा विभाग को राजमाता विजयाराजे सिंधिया के नाम का प्रस्ताव भेजा था। कई सालों तक नामकरण नहीं हुआ तो एबीवीपी ने स्वामी विवेकानंद नाम की मांग प्रशासन से की।
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वहीं मंत्री बृजेंद्रसिंह यादव ने स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के नाम का प्रस्ताव दिया, तो वहीं अनूसूचित जाति आयोग ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम का प्रस्ताव भेजने कहा। इससे कॉलेज ने डॉ. अंबेडकर व माधवराव सिंधिया के नाम का प्रस्ताव पांच माह पहले भेज दिया। अब तक उच्च शिक्षा विभाग कॉलेज का नामकरण नहीं कर पाया है।