गुरुवार को एनएसयूआई ने जिला अस्पताल चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया, इसमें ंकांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी शामिल रहे। जहां उन्होंने कहा कि पहले जीवाजी यूनिवर्सिटी ने कॉलेज की परीक्षाएं ऑनलाइन कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन दो दिन बाद ही उच्च शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन की वजाय ऑफलाइन परीक्षा कराने का आदेश जारी कर दिया है। इससे छात्र-छात्राओं को कॉलेज में आकर परीक्षा देना होगी। इस दौरान एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष सचिन त्यागी, कांग्रेस के रामस्वरूप शिवहरे, सोनू सुमन, राजकुमार यादव, सैयद नूर अली, गौरव त्रिपाठी, दीपक शर्मा, विजयपाल यादव, गोविंद गोस्वामी सहित एनएसयूआई के कई कार्यकर्ता रहे।
कॉलेज में नहीं परीक्षा कराने पर्याप्त जगह एनएसयूआई के सचिन त्यागी ने कहा कि यदि सोशल डिस्टेंस से परीक्षा कराई जाए तो कॉलेज में सभी छात्र-छात्राओं को सोशल डिस्टेंस से बिठाने के लिए पर्याप्त जगह ही नहीं है। उन्होंने मांग की कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए कॉलेज की परीक्षा ऑनलाइन कराई जाएं।
इधर, न्यायाधीश ने दीक्षा शिशु गृह का किया वर्चुअल निरीक्षण अशोकनगर. जिला न्यायाधीश सविता दुबे के निर्देशन में गुरुवार को दीक्षा शिशु गृह का वर्चुअल मोड के माध्यम से जूम एप पर निरीक्षण किया गया। इसमें विशेष न्यायाधीश प्रिया शर्मा, सचिव पंकज कुमार वर्मा, जेजे बोर्ड की प्रधान न्यायाधीश नेहा श्रीवास्तव ने निरीक्षण किया। इस दौरान विशेष न्यायाधीश ने शिशु गृह के प्रबंधक हरवेन्द्र शर्मा को निर्देश दिए कि बच्चों को ठंड से बचाने के लिए लंगोटी के स्थान पर डाइपर पहनाने और प्रत्येक बच्चे को अलग-अलग बोतल हों, गृह प्रतिदिन सैनिटाइज हों, बच्चों की देख भाल करने वाली आया अलग-अलग हों और सफाई करने वाली वाई अलग हों। इस दौरान जिला विधिक सहायता अधिकारी डॉ. वीरेंद्र कुमार चढ़ार भी उपस्थित रहे।