सभी घायल अस्पताल में भर्ती
स्थानीय मीडिया ने पकटिया पुलिस प्रमुख के हवाले से कहा कि दो बंदूकधारी मस्जिद में दाखिल हो गए और उन्होंने खुद को उड़ाने से पहले नमाजियों पर गोलीबारी की। मस्जिद की इमारत विस्फोट से क्षतिग्रस्त हो गई। हमलावारों ने हमले के दौरान हथगोलों को इस्तेमाल किया। प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख वलायत अहमदजई ने मृतकों की संख्या की पुष्टि की है। अहमदजई ने कहा, “बहुत से घायलों को सेना के अस्पताल अफगान सेना कॉर्प 203 थांडेर में गहन चिकित्सा के लिए भर्ती कराया गया है, क्योंकि सरकारी अस्पताल सभी पीड़ितों को उपचार मुहैया कराने में सक्षम नहीं थे।”
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बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
पुलिस का कहना है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि बहुत से घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। हमले के समय करीब 600 लोग मस्जिद के अंदर थे। सुरक्षा बलों ने एहतियाती उपाय के तौर पर ख्वाजा हसन के आसपास के इलाके को घेर लिया है। यह शिया अफगान बहुल इलाका है। किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। राष्ट्रपति अशरफ गनी ने हमले की निंदा की और इसे अमानवीय बताया। बीते कुछ महीनों से अफगानिस्तान में शिया मस्जिदों को आतंकी हमले का निशाना बनाया जा रहा है। इसमें ज्यादातर हमलों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट संगठन ने ली है।