चीनी ने पुनर्निमाण की जताई इच्छा
श्रीलंका में चीनी दूतावास के राजनीतिक मामलों के प्रमुख लुओ शोंग ने कहा कि उनका देश यहां के लोगों के सुख-दुख का भागीदार बनना चाहता है इसलिए चीन पुनर्निमाण में श्रीलंका का सहयोग देना चाहता है। दरअसल गृह युद्ध के बाद श्रीलंका के उत्तर और दक्षिणी इलाकों की स्थिति काफी बदहाल है। बता दें चीन की एक कंपनी तीन सौ मिलियन डॉलर के साथ जाफना में 40 हजार घर बनाने का फैसला लिया था। चीन के एक्सिम बैंक को इसके लिए लोन देना था। यहां के लोगों ने कंक्रीट की जगह ईंटों से घर बनाने की मांग कर दी जिसकी वजह से यह प्रॉजेक्ट रुक गया।
भारत को झटका देना चाहता है चीन
श्रीलंका सरकार ने कहा है कि पुनर्निमाण के क्षेत्र में भारत काफी मदद कर रहा है। इससे पहले भारत की मदद से 44 हजार घरों का निर्माण भी किया गया है। लेकिन चीन इस मामले में ज्यादा रूचि दिखा रहा है। चीन का कहना है कि वह कम लागत में भी घरों और सड़कों को बनाने के लिए तैयार है। दरअसल श्रीलंका में भारत का काफी दबदबा है। चीन की अपेक्षा श्रीलंका का झुकाव हमेशा से भारत की तरफ रहा है। चीन श्रीलंका को अपने पाले में करके भारत को झटका देने की कोशिश कर रहा है।