एशिया

फेसबुक ने म्यांमार में हिंसा न रोक पाने की गलती मानी

फेसबुक ने म्यांमार में अपनी भूमिका का अध्ययन करने के लिए ‘बिजनेस एंड सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी’ को जिम्मेदारी सौंपी थी। संस्था ने अब 62 पेज की रिपोर्ट जारी की है।

Nov 07, 2018 / 03:10 pm

Navyavesh Navrahi

फेसबुक ने म्यांमार में हिंसा न रोक पाने के लिए मानी गलती

सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने म्यांमार में हिंसा रोकने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किए जाने की अपनी गलती मानी है। एक नीति प्रबंधक एलेक्स वारोफ्का ने अपनी एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा है कि फेसबुक मानवाधिकारों की रक्षा के लिए और देश में विभाजन तथा हिंसा को रोकने के लिए पर्याप्त प्रयास कर सकता है और उसे ऐसा करना चाहिए।
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बता दें, फेसबुक ने म्यांमार में अपनी भूमिका का अध्ययन करने के लिए ‘बिजनेस एंड सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी’ को जिम्मेदारी सौंपी थी। इस गैरलाभकारी संस्था ने अध्ययन के बाद 62 पन्नों की रिपोर्ट जारी की है। इसमें कहा गया है कि म्यांमार में जातीय हिंसा और धार्मिक टकराव को बढ़ावा देने के लिए फेसबुक का जिस तरह इस्तेमाल किया गया, उसे लेकर देश में इसकी आलोचना हुई।
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रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जो लोग नफरत फैलाना चाहते हैं और दूसरों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, उनके लिए फेसबुक एक जरिया बन गया है। ऐसा करने के लिए लोग इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं। इस पर फेसबुक ने अपनी गलती मानी कि म्यांमार में हिंसा और नफरत फैलाने के लिए अपनी सेवाओं का इस्तेमाल रोकने के लिए उसने पर्याप्त प्रयास नहीं किए।

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