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फेरी सर्विस से जुड़ेंगे भारत-मालदीव
ऐसा पहली बार है जब भारत व मालदीव के बीच इस तरह के समझौते किए गए हैं। दोनों देशों के बीच समुद्री मार्ग होने के कारण संपर्क में कठिनाई आती थी। लेकिन अब इस बाधा को दूर करते हुए भारत व मालदीव ने दोनों देशों के नागिरकों को एक सुगम व्यवस्था देने के लिए करार किया है। भारत व मालदीव के बीच फेरी सर्विस की शुरूआत से आम नागरिकों को काफी फायदा होगा। वे आसानी से एक-दूसरे देशों की यात्रा कर सकते हैं। इसके अलावा फेरी सर्विस के शुरू होने से दोनों देशों के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। समुद्री रास्ते आसानी से दोनों देशों के बीच माल की भी ढुलाई की जा सकेगी।
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कोच्चि से माले तक चलेगी फेरी सर्विस
बता दें कि फेरी सर्विस भारत के कोच्चि तट से मालदीव की राजधानी माले तक चलेगी। इस बीच एक स्थान कुलहुधुफ्फुसी से होते हुए यह सर्विस को चलाया जाएगा। मतलब फेरी सर्विस माले-कुलहुधुफ्फुसी-कोच्चि और फिर कोच्चि कुलहुधुफ्फुसी-माले के लिए चलेगी। माले से कोच्चि की दूरी करीब 700 किलोमीटर है जबकि कोच्चि से कुलहुधुफ्फुसी की दूरी 500 किलोमीटर के करीब है। मालदीव की संसद को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दो देशों के बीच फेरी सर्विस चलाने को लेकर सहमति बनने पर उन्हें बहुत खुशी हुई है। दोनों देशों के बीच यात्री और कार्गो सर्विस के लिए भी MoU पर हस्ताक्षर किए गए हैं। विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि फेरी सर्विस को लेकर पीएम मोदी और राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह ( Ibrahim Mohamed Solih ) के बीच बातचीत हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि यह पहला मौका है जब भारत की मुख्य भूमि से यात्री कार्गो सर्विस के जरिए मालदीव जुड़ जाएगा। दोनों देशों के बीच इस सर्विस के शुरूआत होने से पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा।
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