किम जोंग ने इस बात पर जोर दिया कि अमरीका अपनी शत्रुतापूर्ण नीतियों को खारिज करेगा, तभी दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया शत्रु शक्तियों को रोकने के लिए परमाणु हथियारों में सुधार करेगा। उन्होंने कहा कि यह रणनीतिक परमाणु हथियारों को विकसित करने के लिए आवश्यक है, जिसका आधुनिक युद्ध में विभिन्न तरीकों से लक्ष्य और ऑपरेशन कार्य के आधार पर उपयोग किया जा सके।
बता दें कि किम जोंग उन की यह बात अमरीका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति जो बिडेन ( President Elect Joe Biden ) के लिए निश्चित रूप से एक चुनौती है, जो कुछ दिन बाद डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump ) की जगह लेने वाले हैं। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में किम के हवाले से लिखा है कि कोरियाई प्रायद्वीप पर बढ़ रहे सैन्य खतरे को सक्रिय और पूरी तरह से समाप्त करने तथा नियंत्रित करने के लिए परमाणु प्रौद्योगिकियों में सुधार, आकार एवं वजन को कम करने और परमाणु हथियारों की सामरिक शक्ति बढ़ाने आवश्यक है।
अमरीका-उत्तर कोरिया में कड़वाहट
आपको बता दें कि अमरीका और उत्तर कोरिया के संबंधों ( America North Korea Relation ) में कई सालों से कड़वाहट है। परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमरीका और उत्तर कोरिया में तनाव बरकरार है। लेकिन अब किम के बयान को लेकर दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय ने कहा कि वो अब भी बेहतर उत्तर कोरिया-अमरीका संबंधों की उम्मीद करते हैं और कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त करने की कोशिशें जारी रखेंगे।
‘तानाशाह’ kim jong un की शोकसभा में रोना है जरूरी, ना रोने पर मिलती है सजाए मौत!
मंत्रालय ने कहा कि नई अमरीकी सरकार आने के बाद अमरीका-उत्तर कोरिया संबंधों को बेहतर बनाने का एक अच्छा अवसर हो सकता है और हम संबंधों को फिर से बहाल करने की उम्मीद करते हैं। बता दें बराक ओबामा के कार्यकाल में उपराष्ट्रपति रहे जो बिडेन ने किम जोंग उन को ‘ठग’ कहा था, जबकि 2019 में उत्तर कोरिया ने जो बिडेन को एक ‘पागल कुत्ता’ बताया था और कहा था कि उन्हें छड़ी से पिटाई करने की जरूरत है।