जानलेवा बन चुके इस कोरोना वायरस से अब पहाड़ों पर भी लोगों को डर सताने लगा है। दरअसल, नेपाल ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई पर रोक लगा दी है। शुक्रवार को नेपाल सरकार ने इसकी घोषणा की है। इससे पहले गुरुवार को चीन ने बड़ा फैसला लेते हुए एवरेस्ट की चढ़ाई पर रोक लगाने की घोषणा की थी।
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आपको बता दें कि चीन के वुहान से फैलना शुरू हुआ कोरोना वायरस अब 127 देशों को अपनी चपेट में ले चुका है। चीन में अकेले इस वायरस से 3,177 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं। चीन के अलावा इटली में 1000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। ईरान में 350 से अधिक लोगों की मौत हुई है।
नेपाल में टूरिस्ट वीजा रद्द
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए नेपाल सरकार अलर्ट है। नेपाल के संस्कृति पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्री योगेश भट्टराई ने बताया है कि नेपाल में सभी पर्वतों की चढ़ाई पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही पर्यटक वीजा को भी रद्द कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने पर्वतारोहन पर कुछ समय के लिए रोक लगाई है। कुछ दिन बाद दुनिया में कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुए इस फैसले की समीक्षा करेंगे।
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बता दें कि हिमालय की गोद में बसा नेपाल एवरेस्ट की चढ़ाई के परमिट से हर साल लाखों डॉलर की कमाई करता है। बीते सीजन में 885 लोगों ने एवरेस्ट समिट में भाग लिया था। इसमें 664 लोग नेपाल के और 241 लोग उत्तरी तिब्बत के थे। हालांकि पर्वतारोहन के दौरान 11 लोगों की मौत हो गई थी।
नेपाल को झेलना पड़ सकता है आर्थिक नुकसान
नेपाल सरकार की ओर से लिए गए इस फैसले से देश को आर्थिक नुकसान हो सकता है, क्योंकि नेपाल में पर्यटन के लिए अप्रैल से मई में सबसे अच्छा मौसम होता है और हजारों की संख्या में दुनियाभर से पर्यटक यहां पर्वतारोहन के लिए आते हैं।
मालूम हो कि नेपाल से पहले चीन ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई पर रोक लगा दी थी। हजारों की संख्या में लोग एवरेस्ट देखने या चढ़ाई करने के लिए चीन आते हैं।
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