बगदाद में अमरीकी दूतावास के पास तीन रॉकेट दागे, ईरान पर शक गहराया पाकिस्तान ने अमरीका से गुजारिश की है कि वह उसे फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे लिस्ट से बाहर निकाले। आतंकी फंडिंग व मनी लॉन्ड्रिंग की निगरानी और उस पर अंकुश लगाने वाली संस्था एफएटीएफ की बीजिंग में होने वाली बैठक से पहले पाकिस्तान ने यह गुहार लगाई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शुक्रवार को वाशिंगटन में मीडिया ब्रीफिंग दी है। इस दौरान पाकिस्तान को यह उम्मीद है कि अमरीका एफएटीएफ की बीजिंग में होने वाली बैठक के दौरान उसे सूची से निकलने में मदद करेगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल रविवार को बीजिंग पहुंच गया। एफएटीएफ कार्यकारी समूह की तीन दिवसीय बैठक 21 जनवरी से शुरू होने जा रही है। गौरतलब है कि यदि अप्रैल तक पाकिस्तान ग्रे लिस्ट से नहीं निकल पाया तो वह ब्लैकलिस्ट हो सकता है। इस बैठक में यह समीक्षा की गई कि पाक ने अब तक आतंकवाद के खिलाफ क्या-क्या कदम उठाए हैं।
ट्रंप से दावोस में इमरान करेंगे मुलाकात पाक के पीएम इमरान खान दावोस में इस सप्ताह विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) से इतर अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात करने वाले हैं। पाक के विदेश विभाग के अनुसार इमरान डब्ल्यूईएफ में शामिल होने के लिए 21-23 जनवरी तक स्वीट्जरलैंड में रहेंगे। इन बैठकों में राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री इमरान के बीच होने वाली मुलाकात भी शामिल है। जुलाई 2019 में इमरान की वाशिंगटन यात्रा के बाद से यह पाकिस्तान और अमरीका के बीच तीसरी बैठक होनी है।
ट्रंप और इमरान के बीच बीते साल सितंबर में भी संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर मुलाकात हुई थी। यह मुलाकात ऐसे वक्त होगी जब ईरान और अमरीका के बीच तनाव चरम पर है और इमरान कश्मीर मुद्दे पर सहयोग प्राप्त करना चाहते हैं।