सफेद झंडे को देखा गया
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को राजधानी इस्लामाबाद के एक महिला मदरसे जामिया हफ्सा की छत पर अफगान तालिबान के सफेद झंडे को देखा गया। इसकी सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन ने दंगा रोधी इकाई समेत पुलिस की एक टुकड़ी को यहां पर भेजा, इसके बाद मदरसे की घेराबंदी कर दी।
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मौलाना अब्दुल अजीज सहित सहयोगियों के साथ मदरसे के छात्रों के खिलाफ आतंकवाद निरोधी अधिनियम (एटीए) और पाकिस्तान दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। मौलाना अब्दुल अजीज इस्लामाबाद की मशहूर लाल मस्जिद के मौलवी हैं।
हथियार का प्रदर्शन किया
अधिकारियों के अनुसार, मौलाना अजीज ने खुले तौर पर अफगान तालिबान के नाम का उपयोग कर पुलिस पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मौलाना अजीज समेत मदरसे से जुड़े कुछ लोगों ने हथियार का प्रदर्शन किया। मदरसे के छात्रों और शिक्षकों ने पुलिस को चुनौती देते हुए धमकी दी। 21 अगस्त के बाद से यह तीसरी बार था, जब मदरसे पर अफगान तालिबान के झंडे फहराए।