कोरोना वायरस के सही आंकड़ों को छिपा रहा चीन, अपमान के डर से गिनती का तरीका बदला मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को इस्लामाबाद में हुई ब्रीफिंग में सभागार में पूरी तरह अफरा-तफरी का माहौल था। हालात ऐसे हो गए कि पुलिसकर्मियों को प्रधानमंत्री के दोनों सलाहकारों को नाराज अभिभावकों के हमले से बचाना पड़ा। बाद में नाराज अभिभावकों ने मरगल्ला रोड पर यातायात जाम कर दिया।
इस दौरान एक अभिभावक ने पीएम के विशेष सलाहकारों जफर मिर्जा और सैयद जुल्फिकार अब्बास बुखारी से आक्रामक रूप में कहा कि आप हमारी हालत नहीं समझ सकते क्योंकि यह हमारे बच्चों से जुड़ा मसला है,आपके नहीं। एक अन्य अभिभावक ने कहा कि वह पहले ही बता देते हैं कि आज से दो महीने बाद आप इसी सभागार में हमारे बच्चों की शहादत पर हमें मुआवजे के चेक देने के लिए समारोह आयोजित करेंगे।
गौरतलब है कि इमरान सरकार ने चीन से दोस्ती दिखाते हुए अपने नागरिकों को हुबेई से नहीं निकालने का फैसला किया है। इसकी उनके देश में काफी किरकिरी हो रही है। चीन में फंसे पाकिस्तानी स्टूडेंट्स का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जो अपनी सरकार को कोस रहे हैं और भारत की तारीफ कर रहे हैं। वहीं,सरकारी बयान में कहा गया कि पीएम इमरान खान ने गुरुवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बात की थी। उन्होंने यही बात दोहराई थी कि पाकिस्तान की सरकार कोरोना वायरस को समाप्त करने के चीन के प्रयासों में उसके साथ डटकर खड़ी है।