21 अगस्त से शुरू होगी सुनवाई
जानकारी के मुताबिक इस संबंध में 21 अगस्त से सुनवाई शुरू होने वाली है। इस दौरान वहां इसमें सरकार के सदस्य, रूसी क्षेत्रों और गणराज्य के विधायी और कार्यकारी अधिकारियों के प्रतिनिधियों, नागरिक समाज संस्थानों और विशेषज्ञों के भी मौजूद होने की आशंका जताई जा रही है।
ऊपरी सदन में पिछले महीने ही पास हो चुका है ये सुधार बिल
मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि 19 जुलाई को ऊपरी सदन में पहले ही यह सुधार बिल पास किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि इस बिल के मुताबिक रूस की सरकार रिटायरमेंट की उम्र को पुरुषों के लिए 65 और महिलाओं के लिए 63 करना चाहती है। बता दें कि अभी तक पुरूषों के लिए रिटायरमेंट की 60 साल थी और महिलाओं के लिए 55 वर्ष थी। ये भी जानकारी मिल रही है कि पुरुषों की रिटायरमेंट उम्र 2028 तक बढ़ाई जानी है वहीं महिलाओं की 2034 तक।
सरकार ने बताया इस फैसले के पीछे का कारण
अपने इस फैसले के पीछे का कारण भी वहां की सरकार ने बताया है। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के विकास को बढ़ावा देने के लिए पेंशन सुधारों की आवश्यकता है, इसलिए ये कदम उठाने की जरूरत पड़ी। दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों का दावा है कि रिटायरमेंट उम्र बढ़ाकर सरकार उनसे और अधिक पैसे वसूलना चाहती है। उनके मुताबिक बिल पास होने की स्थिति में रूस के हर नागरिक से 10 लाख रुबल यानी 16 हजार डॉलर अतिरिक्त वसूले जाएंगे। इसके अलावा पेंशन पेमेंट में मामूली बढ़ोत्तरी भी प्रदर्शनकारियों का एक मुद्दा है।