टीका लगने से मौत का मामला सामने आने के बाद दक्षिण कोरिया में वैक्सीनेशन ( South Korea Vaccination ) का प्रोग्राम को रोक दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि ये मौतें वैक्सीन से जुड़ी थीं। हालांकि पोस्टमार्टम के बाद इन पर जांच चल रही है।
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यह घटना सामने आने के बाद सर्दियों में फ्लू के टीके के कार्यक्रम का समय बढ़ने को लेकर वैक्सीन की सुरक्षा पर चिंता जताई जा रही है। उप-स्वास्थ्य मंत्री किम गैंग-लिप ने कहा कि हमारे लिए इस बारे में कुछ भी स्पष्ट कह पाना कठिन है। फिलहाल, राष्ट्रीय टीका कार्यक्रम के लागू करने के ठीक कुछ हफ्तों बाद ही अब सुरक्षा कारणों की वजह से वैक्सीनेशन प्रोग्राम को निलंबित कर दिया गया है। वैक्सीनेशन की वजह से लोगों की मौत की खबर दक्षिण कोरिया में सुर्ख़ियों में बनी हुई है।
2005 में हुईं थी 6 लोगों की मौत
शुक्रवार को राजधानी सियोल के पास इन्चान में एक 17 वर्षीय लड़के को वैक्सीन दी गई थी। वैक्सीन के दो दिन बाद ही लड़के की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि वैक्सीन लगने के बाद हुई यह पहली मौत है।
वहीं, दक्षिण कोरिया के ज्योंगसांग प्रांत के डेगू शहर में एक 70 साल बुजुर्ग की वैक्सीन लगने के एक दिन बाद ही मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, बुजुर्ग पार्किंसंस रोग और अरिथमिआ से पीड़ित था।अधिकारियों ने पिछले महीने अधिक फ्लू के टीके खरीदने की योजना की घोषणा की जो कि पिछली सर्दियों की तुलना में 20 प्रतिशत ज्यादा हैं।
दक्षिण कोरिया में 30 मिलियन लोगों को वैक्सीन देने के प्रयास में अधिकारी लगे हुए हैं। मौसमी फ्लू के टीकाकरण से जुड़ी सबसे अधिक मौतें 2005 में हुईं तब इसके कारण छह मौतें हुई थीं।