इसी कड़ी में शुक्रवार को श्रीलंका ( Sri Lanka ) ने भी कोरोना वैक्सीनेशन के लिए ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोरोना वैक्सीन ( Oxford-AstraZeneca Corona Vaccine ) के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। फार्मास्युटिकल प्रोडक्शन एंड रेगुलेशन मंत्री चानना जयसुमना ने इसकी जानकारी दी है।
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समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, जयसुमना ने कहा कि नेशनल मेडिसिन रेगुलेटरी अथॉरिटी ( NMRA ) ने ब्रिटिश वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है, जबकि कई अन्य टीके भी राष्ट्रीय दवा नियामक प्राधिकरण के पाइपलाइन में हैं। बता दें कि यह पहला अवसर है, जबकि श्रीलंका ने किसी वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी है।
50 फसीदी आबादी को टीका लगाने का लक्ष्य
प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल, महामारी और कोरोना वायरस रोग नियंत्रण राज्य मंत्री सुदर्शनी फर्नाडोपुल ने कहा कि वैक्सीन को फरवरी के मध्य तक श्रीलंका में आयात किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि हमारा इरादा कम से कम 50 फीसदी आबादी को कवर करना है।
मालूम हो कि भारत पड़ोसी धर्म का निर्वाह करते हुए अपने 6 पड़सी देशों को अनुदान के तौर पर कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करा रहा है, इसमें नेपाल, भूटान, म्यांमार, सेशल्स, मालदीव और बांग्लादेश शमिल है। इनमें से चार देशों ( नेपाल, भूटान, मालदीव और बांग्लादेश ) को वैक्सीन उपलब्ध कराई जा चुकी है।
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वहीं, बताया जा रहा है कि कई देशों ने भारत से वैक्सीन लेने को लेकर हाल के दिनों में संपर्क किया है। इनमें अफगानिस्तान, श्रीलंका और मारीशस जैसे पड़ोसी देश भी शामिल हैं। अब यदि श्रीलंका या अन्य देश भारत से वैक्सीन के लिए आग्रह करता है तो भारत अनुदान स्वरूप वैक्सीन उपलब्ध करा सकता है।
आपको बता दें कि श्रीलंका में कोरोना महामारी से अब तक श्रीलंका में अब तक 276 लोगों की जान गई है, जबकि संक्रमितों की संख्या 56 हजार से अधिक हो चुकी है। पूरी दुनिया की बात करें तो अब तक 9.62 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 20.6 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।