डेली फाइनेंशियल टाइम्स ने मंगलवार को अपनी खबर में यह जानकारी दी है कि राजपक्षे जब विधानमंडल के औपचारिक समारोह में आएंगे तो स्पीकर कारू जयसूर्या और संसद के महासचिव धम्मिका दसनायका उनका स्वागत करेंगे। इसके बाद राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा और 21 तोपों की सलामी भी दी जाएगी।
राष्ट्रपति सुबह 10 बजे शुरू होने वाले उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करेंगे, जहां वह नई सरकार की नीतियों के बारे में बताएंगे और उसके बाद सदन के सत्र को निलंबित कर देंगे।
श्रीलंकाई संसद का पहला सत्र 1947 में बुलाया गया था
श्रीलंका की संसद का पहला सत्र 14 अक्टूबर, 1947 को आयोजित किया गया था। तब इसकी अध्यक्षता गवर्नर हेनरी मोनक-मेसन मूर ने की थी।
डेली फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि तब उन्होंने अपना भाषण दिया, जिस पर संसद ने बहस की और धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया। वहीं दूसरी संसद के तीसरे सत्र का उद्घाटन रानी एलिजाबेथ द्वितीय ने 12 अप्रैल, 1954 को किया था।