इलेक्ट्रिक कारों का होगा बोलबाला- इंडिया में इस वक्त हर कोई इलेक्ट्रिक कारों की बात कर रहा है। एक बड़ा वर्ग है जो हाइब्रिड कारों की वकालत कर रहा है। क्योंकि यह तकनीक इस वक्त आसानी से मौजूद है, इसलिए अगले साल आपको इंडिया में ज्यादा हाइब्रिड कारें देखने को मिल सकती हैं।
इंफोटेनमेंट पर होगा फोकस- पहले सिर्फ महंगी कारों में ही ऐपल कार प्ले और ऐंड्रॉयड ऑटो जैसी तकनीक से लैस टच स्क्रीन इंफोटेनमेंट होते थे, लेकिन इस साल कंपनियों ने नई सैंट्रो और दैटसन गो जैसी एंट्री लेवल कारों में भी यह टेक्नोलॉजी पेश की गई। नए साल में कंपनियां वॉयस कमांड सिस्टम को बेहतर बनाने पर काम करेंगी।
बंद होगी डीजल कारें- डीजल कारों पर तरह-तरह के बैन लगने की बातों ने इनके मार्केट पर असर डाला। कई कंपनियों ने तो अपने कई मॉडल्स बंद करने की ऑलरेडी घोषणा कर दी है।