6 माह तक चलेगा प्लिंथ निर्माण का काम प्लिंथ का निर्माण कार्य करीब छह माह तक चलेगा। राम मंदिर मॉडल के आर्किटेक्ट निखिल भाई सोमपुरा के अनुसार राफ्ट निर्माण के बाद प्लिंथ निर्माण का काम पूरा हो जाएगा, फिर आखिर में फर्श पर कॉलम के लिए मार्किंग की जाएगी और पिलर साइज के अनुसार फर्श पर कटिंग का काम होगा। जिसमें पिलर के आधार को रखा जाएगा।
ब्लॉक में होगा निर्माण सुपर स्ट्रक्क्चर के प्लिंथ निर्माण में ग्रेनाइट और मिर्जापुर के पत्थरों के ब्लॉकों में 3-3 इंच के गड्ढे होंगे। इन्हें इंटरलॉक करने के लिए 6 इंच का ग्रेनाइट पिन बनाया गया है। तीन अलग-अलग प्रकार के पत्थरों से प्लिंथ का निर्माण किया जाएगा। इस तरह के 18 बड़े साइज के और 12 छोटे साइज के ब्लॉक बनाए जाएंगे।
पांच कार्यशालाओं में काम राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या सहित राजस्थान में कुल 5 कार्यशालाओं में काम हो रहा है। राजस्थान में जहां मंदिर के खंभों व दीवारों को तैयार करने के लिए पत्थरों पर नक्काशी का कार्य किया जा रहा है। वहीं अयोध्या की कार्यशाला में मंदिर की छत को तैयार किया जा रहा है। जिसमें लगभग दो दर्जन से अधिक कारीगर नक्काशी का कार्य कर रहे हैं।
देवी-देवताओं की 16 मूर्तियां बनेंगी मंदिर स्तंभों में रामकथा के प्रसंगों सहित प्राचीन पद्धति से कुल 6400 मूर्तियां उकेरी जाएंगी। भव्य मंदिर का सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र यहां के स्तंभ होंगे। इन स्तंभों पर देवी-देवताओं की 16 मूर्तियों को शिलापट्ट पर उकेरा जाएगा। रामकथा संग्रहालय में कारीगर इन मूर्तियों को स्तंभों पर आकार देने का काम कर रहे हैं।
नींव पर खर्च हो चुके हैं 200 करोड़ रुपए राम मंदिर की नींव बनाने में अब तक दो सौ करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। इससे नींव की ढलाई हो चुकी है।