बता दें कि जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली छह साल की मासूम 30 सितंबर को पड़ोसी दानिश के घर बच्चों के साथ खेलने गयी थी। उसी दौरान दानिश उसे पास के टेंट हाउस में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद वह पीड़ित के घर गया और उसकी मां से कहा कि बच्ची उसके घर में नहा रही है उसके कपड़े दे दो। चुंकि बच्ची अक्सर दानिश के घर जाती थी इसलिए मां ने उसके कपड़े दे दिया।
इसके बाद आरोपी दानिश ने मासूम के कपड़े बदल उसे घर भेज दिया। बच्ची घर पहुंची तो वह खून से लथपथ थी। परिजन उसे डाक्टर के पास ले गए तो पता चला कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ है। इसके बाद परिजनों ने उसे जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन रक्तश्राव न रूकने पर उसे बीएचयू भेज दिया गया। जहां आपरेशन के बाद उसकी हालत में सुधार है।
घटना की जानकारी होने के बाद राज्य बाल अधिकार आयोग की सदस्य डा. सुचिता चतुर्वेदी सोमवार की अपराह्न पीड़िता के घर पहुंची और परिवार के लोगों से मुलाकात कर न्याय का भरोसा दिया। इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवार के साथ ही पास पड़ोस के लोगों से भी बातचीत की। कहा कि उनका प्रयास होगा कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो। इस दौरान उन्होंने एक लाख रूपये आर्थिक सहायता दी। डा. चतुर्वेदी ने पुलिस अधिकारियों से भी इस मामले में जानकारी हासिल की। अब वह मंगलवार को पीड़िता से मिलने वाराणसी जाएगी।
BY Ran vijay singh