पिछले एक माह से आये दिन लगातार आजमगढ़ जिले में लोगों के बैंक खातों से ऑनलाइन शापिंग के जरिये रूपये निकाल लिये जाते थे। इस मामले में लोग बैंक और पुलिस थानों के चक्कर काट रहे थे। लेकिन साइबर अपराधी पुलिस की पकड़ से दूर थे। लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध से पुलिस भी बेचैन हो गयी। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी के निर्देश पर स्वाट और पुलिस की कई टीमें साइबर अपराधियों की तलाश में जुट गयी। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि नगर कोतवाली के बदरका मुहल्ले में स्थित एक कुरियर के आफिस में बड़ी मात्रा आन लाइन शापिंग के सामान आ रहे है। जिसके बाद पुलिस ने कुरियर पर निगरानी बढ़ा दी, इसी दौरान पुलिस को जांच में सामने आया कि एक या दो व्यक्तियों के ही दस-बीस नही बल्कि लाखों के ऑनलाइन शापिंग के सामान आ रहे है और सामन लेने वाले व्यक्ति उसे औने-पौने दाम पर बीमारी और बाहर जाने का बहाना बनाकर बेच रहे है।
सटीक सूचना के आधार पर पुलिस ने मंगलवार को तीन आरोपियों राकेश चौहान, नितिन कुमार, घनश्याम मौर्या निवासी मोहम्मदाबाद जनपद मऊ को गिरफतार कर जब पूछताछ शुरू कि तो एक बड़े रैकेट का भंडाफोड हो गया। पुलिस ने तीनों आरोपियों की निशानदेही पर 14 डेक्सटाप और लैपटाप, फिंगर स्कैनर, चार दर्जन आधार कार्ड की छायाप्रतिया, दर्जनों पेन ड्राइव, मोबाइल फोन और 78250 रूपये नकद बरामद किया। पुलिस ने गिरफतार सभी आरोपयिं को सुसंगत धाराओं में जेल भेज दिया है।
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने बताया कि पूरे उत्तर प्रदेश सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश यह गैंग खाश तौर से काम कर रहा था। ये सभी एटीएम की लाइनो में लगकर लोगों के पासवर्ड को चुराते थे और ऑनलाइन एकाउन्ट को हैक कर रूपये ट्रान्सफर, ऑनलाइन शॉपिंग करते थे। फरार आरोपियों में एक के पास सरकारी कौशल किसान मिशन में रजिस्ट्रेशन का कराने वाले व्यक्तियों के आधार कार्डो में फोटो बदल कर हेराफेरी कर रहे थे।