आजमगढ़. कैफियत एक्सप्रेस को आजमगढ़ से हटाकर मऊ ले जाने की सूचना से क्षुब्ध भारत रक्षा दल के कार्यकर्ता लगातार पांच दिनों से आंदोलनरत हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशन के व्यापारियों के साथ मिलकर सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान व आटो-रिक्शा के संचालन को बन्द कराकर क्षेत्र में भ्रमण किया।
कैफियत एक्सप्रेस आजमगढ़ से हटाकर मऊ ले जाने की सूचना से व्यापारी वर्ग और जनपद का यात्री वर्ग काफी आक्रोशित व चिन्तित है कि बड़ी मुश्किल से एक ट्रेन आजमगढ़ से चली थी। इसके हट जाने से यहां की रोजी-रोटी पर कुप्रभाव पड़ेगा। टैम्पो, ठेला, छोटे दुकानदार आदि तबाह हो जायेंगे। सभी व्यापारियों, भारत रक्षा दल के कार्यकर्ताओं व टैम्पों चालकों ने तय किया कि अभी तो हमने विरोध की शुरूआत किया है। यदि कैफियत एक्सप्रेस यहां से हटायी गयी तो हम लोग अपने नेताओं, प्रतिनिधियों, रेलवे मंत्री, प्रशासन सभी का विरोध करके तब तक शांत नहीं बैठेंगे, जब तक कैफियत एक्सप्रेस पूर्व की भांति ही आजमगढ़ से नहीं चलेगी।
शुक्रवार को बंदी से रेलवे स्टेशन के यात्रियों व नागरिकों को काफी परेशानी हुई। व्यापारियों व दुकानदारों ने खुद से ही बिना दबाव के अपनी-अपनी दुकानों को बंद रखा। इस मौके पर रेल मंत्रालय के विरोध स्वरुप दिलीप गुप्ता, राहुल गुप्ता, बृजेश गुप्ता, पंकज मोदनवाल, संजय मद्धेशिया आदि लोगों ने सिर मुंडन कराकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस मौके पर नीरज गुप्ता, संजय गुप्ता, पीयूष बरनवाल, आकाश कन्हैया, एसके गुप्ता, महेन्द्र, सुरेन्द्र, पंकज मोदनवाल, सुरेश शर्मा आदि व्यापारियों के साथ बड़ी संख्या में भारत रक्षा दल के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कैफियत एक्सप्रेस को आजमगढ़ से चलाने के लिए मांगी गयी दुआएं
कैफी की सरजमी से ही चलायी जाये कैफियत एक्सप्रेस की मांग को लेकर सामाजिक संगठन प्रयास निरंतर मुखर है। इसी के तहत शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय के समीप अम्बेडकर पार्क में उलेमा एकराम ने दुआएं मांगी। इसमें मुस्लिम बंधुओं ने कैफियत को आजमगढ़ से ही चलाया जाये, रेलवे प्रशासन आजमगढ़ वासियों की भावना को समझे इसलिए दुआ मांगकर इबादत किया।
सामाजिक संगठन प्रयास के जिला महासचिव शमसाद अहमद ने बताया कि हम लोगों को सूचना मिल रही थी कि कैफियत का संचालन मऊ से किया जायेगा। इसी को लेकर हमने ईश्वर से दुआ मांगी कि रेलवे प्रशासन को सद्बुद्धि कि स्व कैफी आजमी के यादों के रूप में आजमगढ़ के लोगां को एक भारत की राजधानी से जोड़ता हैं। रेलवे प्रशासन के निर्णय से आजमगढ़ के हिन्दु-मुस्लिम सहित धर्मो के लोग एक सुर से निर्णय की भर्त्सना कर रहे हैं, उन्होंने यह भी कहा कि अगर ऐसा कुछ भी नहीं है तो क्यों नही रेलवे प्रशासन इसका खुलकर खंडन करता है। मौलाना मुहम्मद आरिफ ने कहा कि कैफी आजमी के सम्मान के साथ रेलवे प्रशासन खेल खेलते हुए आजमगढ़ के लोगों के रेलवे की सुविधाओं से दूर कर रहा हैं। कैफियत एक्सप्रेस आजमगढ़ स्टेशन को सर्वाधिक रेवन्यू देने वाली ट्रेन है अगर इसका संचालन मऊ से किया गया तो आजमगढ़ की सभी रेलवे योजनाओं को ठप्प कर दिया जायेगा। दुआ मांगने वालों में कारी शकील, मो आरिफ, मो शहजेब, मो शाबिर, मो शाकिर, मो कलीम, अब्दुल रहमान, आसिफ, कामिल, अदनान, अल्तमस, कैफ, उबैद शामिल रहे। वहीं इस अवसर पर डा. वीरेन्द्र पाठक, शम्भू दयाल सोनकर, शमसाद अहमद, हरिश्चन्द्र, अतुल श्रीवास्तव, हुकूम चन्द्र, देवेश पाठक, तनिष्क, रवी, करीब, फैसल, जमान, मो आदिल आदि मौजूद रहे।