वैसे तो सीएमओ कार्यालय वर्षो से सुर्खियों में रहा है। यहां विजलेंश ने पिछले वर्षो में मुख्यचिकित्साधिकारी को ही घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा था। इसके बाद से ही विभाग एक के बाद एक कारनामों को लेकर चर्चा में रहा है। जिला अस्पताल से लेकर सीएमओ कार्यालय में रोजाना कुछ न कुछ ऐसा हो रहा, जिससे शुचिता पर सवाल उठाने को लोग मजबूर हो जाते हैं।
भ्रष्टाचार के कारण मरीज, तीमारदार या फिर दूसरे जरूरतमंद रोजाना परेशान किए जा रहे है। अब नया मामला फिटनेस सार्टीफिकेट का है। पालीटेक्निक स्कूल में दाखिला के लिए छात्रों से फिटनेस सार्टिफिकेट मांगा जा रहा है। इसे बनवाने के लिए रोजाना बड़ी संख्या में छात्र व उनके अभिभावक सीएमओ कार्यालय पहुंच रहे हैं।
सीएमओ कार्यालय में तैनात एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बाबू की सह पर सभी से सौ रूपये से लेकर पांच सौ रूपये तक वसूल रहा है। बिना पैसा लिए फिटनेस सार्टीफिकेट नहीं जारी किया जा रहा है। चुंकि नामाकंन में सार्टीफिकेट अनिवार्य है इसलिए लोग चुपचाप उत्पीड़न सह रहे है। खासबात है कि सबकुछ जानने के बाद भी अधिकारी मौन साधे हैं।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की मनमानी से पर्दा उठाने के लिए तीन दिन पूर्व एक व्यक्ति ने पूरे खेल को कैमरे में कैद कर लिया। शुक्रवार को यह वीडियो वायरल हुई तो विभाग में हड़कंप मच गया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सभी अभ्यर्थियों से पैसा वसूल रहा है।
इस मामले मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके मिश्र का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। वीडियो की जांच करायी जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।