इसी क्रम मे उन्होंने नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बारे मे बताया जिसके तहत चिकित्सा उपचार सामान्य
प्रसव , जटील प्रसव, नवजात शिशु की देखभाल एवं उपचार एवं नियमित टिकाकरण, रेफरल सेवाएं तथा आकस्मिक सेवायें प्रदान की जा रही हैं, तथा नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, शहरी स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस, स्पेशल आउटरीच कैम्प, महिला आरोग्य समिति तथा रोगी कल्याण समिति के बारे मे सदस्यों को विस्तार से जानकारी दी गयी।
इसमें प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के क्रियान्वयन पर विस्तार से चर्चा की गयी। उन्होने
जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत प्रसव की भौतिक प्रगति की समीक्षा की तथा परिवार नियोजन नसबन्दी, नियमित टीकाकरण कार्यक्रम, उच्च जोखिम गर्भवतियों की पहचान तथा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आदि की विस्तार से समीक्षा की गयी।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके तिवारी, प्रमुख चिकित्सा अधिक्षक डाॅ जीएल केसरवानी, मुख्य चिकित्सा अधिक्षिका डा. अमिता अग्रवाल, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. संजय, डा. परवेज अख्तर, डा. वाईके राय सहित समस्त एमओआईसी उपस्थित रहे।
स्वच्छता अभियान की खुली पोल स्वच्छता को लेकर सरकार भले ही गंभीर हो लेकिन रानी की सराय ब्लॉक के रूदरी गांव के ग्राम प्रधान ही स्वच्छता में अड़ंगा डालने का
काम कर रहे हैं। इससे रूदरी गांव में सफाई का कार्य बदहाल है। इसको लेकर ग्रामीणों ने कई बार प्रधान से शिकायत किया लेकिन प्रधान हर बार आश्वासन देते रहे। इसी को लेकर सोमवार को ग्रामीणों ने खुद कमान संभाली और युवा शेषनाथ यादव की अगुवाई में पूरे गांव के नाली की सफाई से लेकर झाडू लगाकर अपने गांव को साफ-सुथरा कर दिया।
रूदरी गांव निवासी शेषनाथ यादव ने बताया कि गांव में सफाईकर्मी तैनात है लेकिन ग्राम प्रधान उसे अपने घर आदि की सफाई कराते है, इसको लेकर हमने कई आपत्ति जतायी लेकिन उसने कहा कि तुम लोगों को जो करना है करो मुझसे नहीं मतलब। ऐसे में ग्राम में काफी गंदगी व्याप्त हो गयी थी नालिया बजबजां रही थी जिससे संक्रामण बिमारियों होना शुरू हो गया था। सफाई के अभाव में ग्रामीणो का जीना मुहाल हो गया। सोमवार को ग्रामीणों ने चंदा लगाकर समरसेबुल के जरिये नाले में पानी छोड़ा और पुरूष व महिलाओं ने पूरे नाले की सफाई खुद कर दिया। इसके बाद ग्रामीणो ने पूरे गांव की सड़कों की भी सफाई किया। सफाई करने वालों में सूबेदार यादव, अजीत, दुर्गा, डबलू, ऋषि, डीएम यादव, दुर्गेश, सोनू, अमरजीत, कमलावती, शारदा देवी, प्रमिला, उर्मिला देवी आदि ग्रामीण शामिल रहे।
BY- RANVIJAY SINGH