भीड़ को देखकर उत्साहित मायावती ने कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोगों को धर्मनिरपेक्षता पसंद नहीं है। यही वजह है कि ये लोग हमेशा समाज को तोड़ने में लगे रहते हैं। इस चुनाव में कांग्रेस एवं बीजेपी एंड कंपनी की नीद उड़ी है। वे वर्तमान के साथ भविष्य को खतरे में देख बौखलाए हुए है। यही वजह है कि ये लोग कभी गठबंधन को शराब और कभी महामिलावट बता रहे है। असल में महामिलावटी मोदी है, जो पिछड़ों का हक मारने के लिए गुजरात में अपनी सरकार में अपना नाम पिछड़ों की सूची में शामिल करा लिए। अखिलेश यादव मिलावटी नहीं है वे जन्मजात पिछड़े वर्ग के है। असली महामिलावटी मोदी है।
उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन असली सामजिक परिवर्तन का गठबंधन है। अखिलेश के साथ आने से हमारा काम आसान हुआ है। मायावती ने कहा कि सामाजिक गठबंधन से मैने पूर्ण बहुमत की सरकार 2007 में बनायी थी। उस सयम बीजेपी की नीद उड़ गई थी कि कहीं यह गठबंधन केंद्र की सत्ता में न आ जाए। इसलिए बीजेपी के लोगों ने साजिश के तहत अति पिछड़ों में कई संगठन खड़े करा दिये। कांग्रेस में इतनी हिम्मत नहीं कि वह हमारे गठबध्ांन को तोड़ पाए लेकिन बीजेपी ने कहीं निषाद, कही नोनिया, कही मौर्या जाति के स्वार्थी लोगों को पकड़कर संगठन अथवा पार्टी बनवा दी। अब जब चुनाव होता है तो फूट डालों राज करो की नीति के तहत इन पार्टियों को पैसा देकर बैठा देते है या एक दो सीट दे देते है। लेकिन सत्ता में आने के बाद उनके लिए कुछ नहीं करते। अब तो इन्होंने अखिलेश के घर को भी नहीं छोड़ा। शिवपाल को तोड़कर सपा का वोट काटने के लिए प्रत्याशी खड़े कराये। यूपी में जितने भी पिछड़ी जाति के संगठन हैं बीजेपी के स्वार्थ में बने है। आपने अपने वोट बांटे नहीं तो बीजेपी अपने मकसद में कामयाब नहीं होगी।
मायावती ने कहा कि बीजेपी सरकार में सिर्फ पूंजीपति मालामाल हुए है। किसान, छोटे- कारोबारी सब बर्बाद है। बीजेपी सरकार के छोड़े आवारा जानवरों ने किसानों को बर्बाद कर दिया है। नोटबंदी जीएसटी को बिना तैयारी के जल्दबाजी में लागू किया गया उससे बेरोजगारी बढ़ी है। देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव। रक्षा सौदे तक अछूते नहीं रहे है। इस चुनाव में कांग्रेस अति गरीब के वोटों को लुभाने के लिए जो 6 हजार महीने का वादा किया है। इससे गरीबी मिटने वाली नहीं है। हमे सरकार बनाने का मौका मिलता है तो हम छह हजार देने के बजाय हम सत्ता में आने पर स्थाई रोजगार देंगे। उन्होंने कहा कि सुना है कल मोदी मोदी की रैली है। आज की भीड़ देख मोदी शर्म से मोदी अपना कार्यक्रम रद्द कर सकते है और अगर आ भी गए तो मनोरंजन कर लौट जाएंगे। गठबंधन मोदी को उखाड़कर फेकने के लिए ही नहीं बना बल्कि तब तक हम चुप नहीं बैठेगे जब तक मोदी के चेले को मठ में नहीं भेज देते। पांच चरण ने बता दिया है कि यूपी में बीजेपी साफ है। बाकी राज्यों के क्षेत्रीय दलों की अच्छी रिपोर्ट मिल रही है इससे साफ है कि मोदी सत्ता में नहीं आने वाले हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि आज हमें आपके बीच रहने और काम करने का मौका मिल रहा है। इस चुनाव में आप हमारी मदद करे। आजमगढ़ की पहचान ही अलग है। यहीं नहीं बल्कि देश और दुनिया में। पहले चरण के चुनाव से गठबंधन आगे। देश में बदलाव लाने का समय है। यह महामिलावटी गठबंधन नहीं देश को महापरिवर्तन की तरफ ले जाने वाला गठबंधन है। बीजेपी के लोग जो वादे किये थे आज चुनाव में सारे वादे भूल गये। अच्छे दिन वाली बात, किसानों की आय बढ़ाने का वादा, डेढ़ गुना मुनाफा कुछ भी बीजेपी को याद नहीं। अगर सरकार ने कुछ किया तो किसानों की बोरी से पांच किलो यूरिया चोरी कर ली। नौजवान को उम्मीद थी कि नौकरी मिलेगी लेकिन सरकार ने जीएसटी और नोटबंदी कर करोड़ों नौकरियां छीन ली। आज मेक इन इंडिया के तहत भारत में सामान नहीं बन रहे हैं। चीन को लाभ पहुंचाया जा रहा है। ये कभी चाय वाला बनके हमारे बीच आये और धोखा दे दिया और वही अब चौकीदार बनकर आ रहे है। जब चाय अच्छी नहीं निकली तो बताओ हमारे चौकीदार क्या करेंगे। हमें सिर्फ चौकीदार की चौकी नहीं छीननी है बल्कि बाबा को भी सबक सिखाना होगा। कानून व्यवस्था खराब है। बाबा कहते है कि ठोक दो कभी पुलिस निर्दोशों को ठोक रही है तो कभी मौका मिलने पर जनता पुलिस को ठोक दे रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि योगी जी कहते हैं कि संविधान न होता तो हम भैस चराते। सोचिए सीएम की हमारे और आपके बारे में सोच क्या है। फिर ये अन्य पिछड़ों के बारे में क्या सोचते होंगे। आखिर संविधान नहीं होता तो बाबा जी कैसे सीएम होतें। अगर सीएम नहीं होते तो मठ में कहीं घंटा बजा रहे होते। इन्होंने अंग्रेजों की तरह देश को बांटा। जब तक गठबध्ांन इन्हें सबक नहीं सिखायेगा आगे बढ़ता जाएगा। पूरे देश में चुनाव है। हम हर जगह गए लोगों के लिए मदद मांगने लेकिन यहां अपने लिए आये हैं। आपके भरोसे पर चुनाव लड़ने आये है। चुनाव लड़ने की वजह से आपके बीच आने का मौका नहीं मिला लेकिन हम जानते हैं कि आजमगढ़ के लोग जो फैसला लेते है बदलते नहीं। आपने सहयोग किया तो विश्वास दिलाते हें कि आपके बीच रहकर आजमगढ़ का विकास करेंगे।
चौधरी अजीत सिंह ने कहा कि पांच साल में केंद्र और राज्य ने नौकरी नहीं दी है। बीजेपी के लोग भाषण देना और झूठ बोलना जानते हैं। किसी के खाते में पंद्रह लाख आया। अपना पैसा नोटबंदी में बैंक में गया और नीरव मोदी लेकर भाग गया।