डीआईजी से मिलने पहुंचे मोलनापुर गांव निवासी छात्रा के पिता ने आरोप लगाया कि उसकी पुत्री सिग्मा कोचिंग सेंटर बूढ़नपुर में पढ़ती थी। कोचिंग के संचालक दिनेश की नीयत उसपर खराब थी। उसने 18 मई की शाम करीब 6 बजे अपनी स्विफ्ट डिजायर कार से कुछ लोगों के साथ पहुंचा और उसकी पुत्री को अगवा कर लिया। जानकारी हासिल करने पर जब दिनेश के बारे में जानकारी हुई तो दिनेश को आजमगढ़ शहर से पकड़कर थाना कप्तानगंज ले गए और पुलिस के हवाले कर दिया। थाना प्रभारी ने उन्हें घर जाने को कहा और दिनेश को थाने में बैठा लिया लेकिन कुछ देर बाद उसे छोड़ दिया।
यहां तक कि पुलिस ने उसके खिलाफ एफआईआर भी नहीं लिखी। इसके बाद वह 24 मई को मुख्यालय आकर एसपी से मिला तो उन्होंने थानाध्यक्ष को फोन कर एफआईआर दर्ज करायी लेकिन लड़की की बरामदगी के लिए आज तक कोई प्रयास नहीं किया गया। नामजद एफआईआर होने के बाद भी पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है जबकि पुलिस यदि उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करे तो लड़की बरामद हो सकती है। जब भी वे थाने जाते हैं डांटकर भगा दिया जाता है। पीड़ित ने डीआईजी और मंडलायुक्त को प्रार्थना पत्र देकर मामले में हस्तक्षेप करने तथा लड़की को बरामद कराने की मांग की। आधिकारियों के आश्वासन पर पीड़ित वापस लौटा।