सरकार ध्यान दो! नहीं तो बर्बाद हो जाएंगे लाखों किसान
– फसल है तैयार लेकिन लाक डाउन के कारण नहीं मिल रहे मजदूर- दुकान न खुलने के कारण कृषि यंत्रों की नहीं हो पा रही सर्विस, मोबिल के लिए भी जारी है जद्दोजहद
आजमगढ़. यूपी में लाकडाउन का सीधा असर अब किसानों पर पड़ने लगा है। अभी किसान प्राकृतिक आपदा से उबर भी नहीं पाया था कि लाकडाउन ने उसकी मुसीबत और बढ़ा दी है। हालत यह है कि किसानों की फसल पक कर तैयार है लेकिन कटाई के लिए मजदूर और मड़ाई के लिए मशीन नहीं मिल पा रही है। हालत यह है कि फसल खेत में ही बर्बाद हो रही है। अगर सरकार ने ध्यान नहीं दिया और हारवेस्टर चालक जिले में नहीं आये तथा वाहनों के सर्विस की व्यवस्था नहीं हुई तो फसल का बर्बाद होना तय है। कारण कि किसान खुद अपनी फसल नहीं काट पाएंगे।
जिले 83 प्रतिशत लोग कृषि से जुड़े हुए है। केवल 17 प्रतिशत आबादी ही नौकरी अथवा स्वरोजगार से जुड़ी है। यहीं नहीं 83 प्रतिशत किसानों में भी 83.7 प्रतिशत ऐसे किसान है जिनकी जोत एक हेक्टेयर से कम है। ये लोग पूरी तरह खेती पर ही निर्भर है। खेती से होने वाले उत्पादन से ही ये अपने पूरे साल की जरूरत पूरी करते हैं।