कृषक खाद्य विभाग के पोर्टल fcs.up.nic.in पर किसी भी जन सुविधा केन्द्र या साइबर कैफे से पंजीकरण करा सकते है। पंजीकरण कराने के लिए भू-सम्बन्धी अभिलेख या खतौनी, पहचान पत्र या आधार कार्ड, फोटो और बैंक पासबुक लेकर जाना आवश्यक है। धान खरीद वर्ष 2017-18 के लिए शासन द्वारा धान का समर्थन मूल्य कॉमन धान 1550 और ग्रेड ए 1590 रूपये प्रति कुन्तल घोषित किया गया है। समर्थन मूल्य के अतिरिक्त किसानों को उतराई, नाई व सफाई के लिए 15 रूपया कुन्तल के दर से भुगतान समर्थन मूल्य के साथ किया जायेगा।
डीएम ने बताया कि धान खरीद के लिए जनपद में कुल 46 क्रय केन्द्र स्थापित किए गये हैं। शासन के निर्देशानुसार धान खरीद एक नवम्बर 2017 से प्रारम्भ होगा। इसलिए खरीद सम्बन्धी पूरी तैयारी 25 अक्टूबर तक अवश्य कर लिया जाय। जनपद में धान खरीद के लिए खाद्य विभाग के 14, पीसीएफ के 24, यूपीएग्रो के चार, कर्मचारी कल्याण निगम के दो व भारतीय खाद्य निगम के दो इस प्रकार कुल 46 क्रय केन्द्र स्थापित किए गये हैं। उन्होंने एफसीआई के क्रय केन्द्रों की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता बतायी।
जिलाधिकारी ने कार्यशाला में उपस्थित सभी उप जिलाधिकारियां को निर्देश दिए कि वे धान खरीद व्यवस्था पर निरन्तर निगरानी रखे और क्रय केन्द्रों का चेकिंग करते रहे किसानों को किसी तरह की असुविधा नही होनी चाहिए। धान खरीद शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है इसकी निरन्तर माॅनिटरिंग की जा रही है। इस कार्य में यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही पायी गयी तो सम्बन्धित क्रय केन्द्र प्रभारी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
यह भी पढ़ें- काॅलेज के बगल में शराब की दुकान के विरोध में उतरी नारी शक्ति उन्हांेने कहा कि क्रय केन्द्र पर आये सभी किसानों का धान खरीदा जाय कोई वापस नही जाना चाहिए और क्रय केन्द्र नियमित रूप से निर्धारित समय-सीमा तक अवश्य खुलने चाहिए। सभी धान क्रय केन्द्रां पर बैनर लगा होना चाहिए जिस पर टोल फ्री नम्बर-1800 1800 150 अंकित होना चाहिए। केन्द्र पर बैंक का नाम, धान की गुण विनिर्दिष्टियां का प्रदर्शन अवश्य होना चाहिए। क्रय केन्द्र राजपत्रित अवकाश व रविवारीय अवकाश को छोड़कर प्रत्येक दिन सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक खुले रहेगें।
यह भी पढ़ें- केंद्र के खिलाफ सड़क पर उतरी आम आदमी पार्टी , लगाया गंभीर आरोप प्रत्येक केन्द्र पर इलेक्ट्रानिक कांटा, नमी मापक यंत्र , पंखा, झरना आदि की व्यवस्था सुनिश्चित होना चाहिए और किसानों की सुविधा के लिए छाया, कुर्सी, पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। इस वर्ष क्रय निति के अनुसार ग्रामों को सम्बद्धीकरण नहीं किया जाना है। कोई भी कृषक सुसंगत भू-अभिलेखों के आधार पर किसी भी केन्द्र पर अपना धान विक्रय कर सकता है। उन्होंने बताया कि जनपद में वर्ष 2017-18 के लिए 98 हजार 600 टन क्रय लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कहा कि सभी क्रय एजेंसियां यह संकल्प ले कि मूल्य समर्थन योजना का लाभ अधिकतम किसानों को मिले। क्रय केन्द्रों पर बोरा, धनराशि की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाय।
by Ran Vijay Singh