( empolyment news ) बीजेपी सांसद ने यह बयान यूपी दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में दिया। बागपत के कलेक्ट्रेट परिसर में यूपी दिवस पर कार्यक्रम चल रहा था और इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद डॉक्टर सत्यपाल सिंह ने कहा कि जब पढ़ने वाले बच्चों के हाथों में तमंचे हैं तो फिर रोजगार कहां मिलेगा ? इन तमंचों का असर यह होता है कि उद्यमी डर जाते हैं और वह ऐसे जिलों में कदम ही नहीं रख पाते जिस कारण रोजगार की समस्या जटिल हो जाती है और बेरोजगारी बढ़ जाती है।
सांसद ने अपने इस बयान के बाद अभिभावकों से शिक्षकों से और कार्यक्रम में मौजूद अन्य लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें। जब बच्चे संस्कारी होंगे तो इस तरह का काम नहीं करेंगे और इसका असर यह होगा कि उद्यमी आना शुरू होंगे और रोजगार के नए अवसर बनेंगे।