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सावधान! असली सील बंद बोतल में परोसी जा रही नकली शराब बता दें कि हाल ही माइक्रोसॉफ्ट के अफसरों के साथ नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने करार पर हस्ताक्षर किए हैं। इस करार के बाद नोएडा पुलिस दुनिया की उन पुलिस में शुमार हो गई है, जिनके पास अत्याधुनिक तकनीक साइबर क्राइम से निपटने के लिए पहले से ही मौजूद है। इस संबंध में सीपी आलोक सिंह का कहना है कि पुलिस की वर्तमान स्थिति को देखते हुए माइक्रोसॉफ्ट कंपनी से करार किया गया है। अब माइक्रोसॉफ्ट की मदद से पुलिस की वर्तमान स्थिति में सुधार किया जाएगा। इससे डिजिटल पुलिसिंग की व्यवस्था काे बढ़ावा मिलेगा और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी।
माइक्रोसॉफ्ट देगी पुलिस को प्रशिक्षण सीपी आलोक सिंह का कहना है कि माइक्रोसॉफ्ट के साथ एमओयू साइन होने से नोएडा पुलिस साइबर क्रिमिनल से मुकाबला कर पाएगी और साइब्रर क्राइम को भी रोक पाएगी। उन्होंने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट कंपनी नोएडा पुलिस डिजिटल बनाने में हरसंभव मदद के साथ अपनी सेवा प्रदान करेगी। माइक्रोसॉफ्ट की आधुनिक तकनीकों से नोएडा पुलिस को प्रशिक्षित कर सक्षम बनाने का कार्य करेेगी। उन्होंने बताया कि इस एमओयू का मकसद सुरक्षित उत्पाद, सेवा और सहायता देना है। माइक्रोसाॅफ्ट पुलिस के लिए समाधान के साथ जानकारी उपलब्ध कराएगी।
नोएडा में सामने आए कई बड़े मामले बता दें कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा शहर को उत्तर प्रदेश का आईटी हब कहा जाता है। यहां सैकड़ों कॉल सेंटर और प्लेसमेंट एजेंसियां मौजूद हैं। इसलिए देशभर से युवा यहां नौकरी करने के लिए आते हैं और ठग इसी का फायदा उठाकर अपने जाल में फंसा लेते हैं। बाइक बोट कंपनी घोटाला समेत कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनके जरिये युवाओं का ठगा जा चुका है। यही वजर है कि नोएडा पुलिस को साइबर क्राइम को रोकने के लिए माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के एमओयू करना पड़ा है।