दरअसल, ऊर्जा निगम द्वारा विभाग के तत्कालीन एक्सईन समेत पांच अधिकारियों और कर्मचारियो के खिलाफ करोड़ों रुपये का गबन करने का मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिसमें पुलिस ने 1.44 करोड़ रुपये का गबन के मामले में पुलिस ने आरोपी जूनियर इंजीनियर सुरेश को गिरफ़्तार कर लिया भेज दिया है। बताया जा रहा है कि ऊर्जा निगम में बड़ा गोलमाल दिसंबर 2018 से मार्च 2019 का रिकार्ड खंगालने पर पता चला।
जिसमें एक्सईएन राजीव कुमार आर्य ने तत्कालीन एक्सईएन राजवीर कुमार वर्तमान तैनाती नुकुड (सहारनपुर), तत्कालीन एसडीओ बागपत विकल्प महेश हाल तैनाती किठौर (मेरठ), तत्कालीन लेखाधिकारी ईशपाल वर्तमान तैनाती वाराणसी व तत्कालीन टीजी-2 सुरेश, एक्सईएन कार्यालय में तैनात मुख्य खजांची राजीव कुमार गौड़ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
जिनमें से जूनियर इंजीनियर सुरेश को पुलिस ने मंडोला ऊर्जा निगम के कार्यालय से गिरफ़्तार कर लिया। गिरफ़्त में आये जई सुरेश बाबू की मानें तो उसे फंसाया गया है और इसमें अन्य बड़े अधिकारी शामिल हैं। फिलहाल सुरेश समेत सभी अधिकरियों पर राजस्व जमा ना करने का आरोप है।