दरअसल बड़े स्तर पर व्यापारियों द्वारा प्याज का स्टॉक कर गोदाम में रखा जा रहा है और इसके कारण ही प्याज के दाम आसमान छू रहे है। इसको देखते हुए सरकार भी पूरी तरह से सख्त हो गयी और अब किसी भी व्यापारी का यहां प्याज का स्टॉक मिला तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाते हुए स्टॉक को जब्त किया जाएगा। प्याज का स्टॉक को देखने के लिए एक टीम का गठन किया जाएगा, क्योंकि पिछले कई माह से प्याज के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। जिसकी वजह से प्याज 60 से 80 रुपये किलो तक बेचा जा रहा है। अब व्यापारियों को प्याज रखने के लिए स्टॉक निधार्रित कर दिया है।
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व्यापारी अपने यहां स्टॉक के अनुसार ही प्याज रखेगा। थोक व्यापारी पचास मिट्रीक टन व फुटकर दुकानदार दस मिट्रिक टन प्याज रख सकेगा। यदि उसके पास इससे ज्यादा स्टॉक मिलता है तो वह कार्रवाई के लिए तैयार रहे। खाद्य तथा रसद विभाग के आयुक्त मनीष चैहान ने प्रदेश के सभी डीएम को टीम का गठन कर छापे मारने के आदेश दिए हैं।
प्रदेश में पिछले कई माह से लगातार प्याज के दाम आसमान छूते जा रहे हैं और इसका सबसे बड़ा कारण है कि व्यापारी द्वारा प्याज का स्टॉक लगाया जा रहा है। जब प्याज का स्टॉक लग जाता है तो बाजार में प्याज नहीं आने के कारण महंगाई बढ़ती है और व्यापारी इसका फायदा ग्राहकों से उठाता है।
व्यापारियों द्वारा बडे स्तर पर प्याज का गोदाम में स्टॉक कर रखा है। इसके कारण ही आज प्याज ने 60 से 80 रुपये किलो तक दाम पहुंच चुके है। कुछ माह पहले प्याज दस रुपये किलो बेची जा रही थी, लेकिन जब से स्टॉक लगाया गया है तब से प्याज महंगी हो गयी है। प्याज के लगातार दाम बढ़ने से उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में हा-हाकार मचा हुआ है और इसको देखते हुए मुख्यमंत्री भी पूरी तरह से सख्त हो गयी है। उनके आदेश के बाद शासन ने भी प्याज का स्टॉक रखने की समय-सीमा तय कर दी है।
खाद्य तथा रसद विभाग के आयुक्त मनीष चैहान ने भेजे आदेश में कहा है कि थोक व्यापारी पचास मिट्रीक टन व फुटकर दुकानदार दस मिट्रिक टन प्याज रख सकेगा। यदि उसके पास इससे ज्यादा स्टॉक मिलता है तो वह कार्रवाई के लिए तैयार रहे और किसी को भी आदेश का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने प्रदेशभर के डीएम को आदेश जारी करके निर्देश दिए है कि वह इसके लिए एक टीम का गठन करें और टीम को रोजाना व्यापारियों के यहां स्टॉक चेक करने के लिए भेजा जाए, ताकि पता चल सकें कि किस व्यापारी व फुटकर व्यापारी के यहां कितना स्टॉक रखा हुआ है। यदि उनके यहां निर्धारित से यदि स्टॉक मिलता है तो इसको जब्त करते हुए विभागीय कार्रवाई अमल में लायी जाए। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाए।