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यह लोग बंदियों के फरमाइश पर सुनाएंगे गाने और रागिनी
डिप्टी जेलर विजय बाहदुर ने बताया कि कैदियों में कलाकार भी मौजूद हैं और खिलाड़ी भी है। जेल के अंदर कई फनकार और रागिनी गायक भी मौजूद हैं। जो अपनी आवाज से सभी का दिल जीत लेते हैं। शनिवार को भी उन बंदियों ने एकत्र होकर रागिनी का प्रोग्राम किया था। जिसे सुनकर जनपद के अधिकारी भी प्रसन्न हो गये। इन कलाकारों में गजब का हुनर है। जिसको सुनने के लिए अन्य बंधुओं ने भी कई बार फरमाइश की है।
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उपकरण कराये गये उपलब्ध
रेडियो शुरू होने के बाद अब जेल में बंदी कलाकारों को मनोरंजन करने के लिए उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। जिसके बाद सभी एक कमरे में बैठकर गाने और रागिनी के माध्यम से जेल के अंदर मौजूद सभी लोगों का मनोरंजन कर सकेंगे। शनिवार को जेल में बंद बंदियों ने अपनी फरमाइश भेजी और फरमाइश के गाने भी सुने। जिसके बाद अब यह सिलसिला शुरू हो चुका है। जेलर का कहना है यह एक अच्छी पहल है। इससे बंदियों को मानसिक रूप से राहत भी मिल जाएगी। रविवार को भी 70 से अधिक बंदियों ने अपनी फरमाइश की पर्ची लेकर रेडियो कार्यालय में भिजवाई और अपनी पसंद के गाने और रागिनी का लुफ्त उठाया।