बैठक के दौरान उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, रानी लक्ष्मीबाई सम्मान कोष कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, 181 महिला हेल्पलाइन आदि महिलाओं से जुड़ी योजनाओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं को गंभीरता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उनका कहना था बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं होना चाहिए। सभी को न्याय मिलता रहे इसके लिए आप लोगों को हमेशा प्रयासरत रहना है। कहीं कोई दिक्कत आती है तो लोकल प्रशासन का सहयोग लिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने प्रेस वार्ता की।
इस दौरान हैदराबाद और संभल की घटनाओं को लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने लचीले कानून का हवाला देकर ऐसे आरोपियों को फांसी की सजा की सिफारिश कर डाली। इसके साथ ही उनका कहना था कि ऐसे लोगों के अंदर डर पैदा करने के लिए इनके अंग काटना जरूरी है। जब तक इनके अंग नहीं काटे जाएंगे, इनके अंदर डर पैदा नहीं होगा । जब तक डर नहीं होगा तब तक इस प्रकार की घटनाओं को रोकना असंभव है।