अब बिहारीपुरा फाटक पर बनेगा ओवरब्रिज!
केन्द्रीय मंत्री की दखल के बाद कलक्टर ने भेजा पत्र, ग्रामीणों ने किया धरना समाप्त
अब बिहारीपुरा फाटक पर बनेगा ओवरब्रिज!
चौमूं. जिला कलक्टर ने शुक्रवार को जयपुर-सीकर रेलवे लाइन पर चौमूं के समीप बिहारीपुरा रेलवे फाटक पर अंडरपास के बजाय ओवरब्रिज निर्माण की मांग को जायज ठहराया है। कलक्टर ने उत्तर पश्चिम रेलवे के रेल प्रबंधक को भी इस संबंध में पत्र पे्रषित है। इसकी सूचना मिलने पर बिहारीपुरा फाटक पर दिए जा रहे धरना स्थल पर ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई। साथ ही दस दिन से चल रहा धरना भी समाप्त हो गया।
जानकारी के अनुसार बिहारीपुरा फाटक पर अंडरपास का निर्माण कार्य दस दिन पहले शुरू किया था। इसके साथ ही चौधरी चरण सिंह किसान संघर्ष समिति चौमूं-आमेर के अध्यक्ष कालू भावरिया के नेतृत्व में बिहारीपुरा एवं नगरपालिका के वार्ड 4 के ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। साथ ही अंडरपास का काम रुकवाकर ओवरब्रिज या रेलवे फाटक को यथावत रखने की मांग की गई।
इस दौरान समिति अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से दिल्ली में मुलाकात की, जिस पर केन्द्रीय मंत्री ने मामले में रेलमंत्री को मामले से अवगत कराया साथ ही जिला कलक्टर को मामले की जांच के लिए कहा। कलक्टर के निर्देश पर रिपोर्ट में पटवारी, तहसीलदार एवं एसडीएम ने हजारों किसानों को अंडरपास से होने वाली समस्याओं को ध्यान में रखते हुए यहां पर ओवरब्रिज निर्माण को उचित बताया। इस पर जिला कलक्टर ने मंडल रेल प्रबंधक जयपुर को शुक्रवार को पत्र प्रेषित कर बिहारीपुरा रेलवे फाटक संख्या 106 पर अंडरपास के स्थान पर ओवरब्रिज बनाए जाने की सिफारिश कर दी है। इसकी सूचना मिलने पर धरनास्थल पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष भावरिया ने धरना समाप्ति की घोषणा की।
इस दौरान बिहारीपुरा के उप सरपंच सुरेश गरेड, रामपाल ताखर, नानू पंडा, अंजनी शर्मा, कैलाश खोखर, किशोर डागर, बालू मुसाणिया, कल्याणसहाय ताखर, रामपाल निठारवाल, भगवानसहाय ताखर, जिला कांग्रेस सचिव आशीष यादव, शंकर भावरिया, प्रभात जड़वाल समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। ग्रामीणों ने राजस्थान पत्रिका को भी साधुवाद दिया है।
ये गांव जुड़े हैं फाटक से
बिहारीपुरा फाटक से नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड चार के अलावा, आमेर विधानसभा क्षेत्र के बिहारीपुरा, सिरसली, नाडा, भीलपुरा, पोखरसा का बास, प्रागपुरा, अनोपपुरा, दुर्गा का बास, खपर्या, गुढ़ा सर्जन, मोड़ी, डिसा, साहिरामपुरा, कल्याणपुरा, पूनाना, जालसू समेत 50-60 गांवों-ढाणियों के लोगों को चौमूं आने-जाने में राहत मिलेगी।