इलाके के कुछ बांध व तालाब ओवरफ्लो (overflow) हो गए हैं। क्षेत्र के सबसे बड़े छापरवाड़ा बांध में शाम तीन बजे तक 7.6 फीट पानी की आवक हो चुकी है। निरन्तर तेज पानी की आवक होने से बांध का जलस्तर भी बढ़ता जा रहा है। इतना ही नहीं लगातार बारिश के होने से बरसाती नाले भी तेज गति से बह रहे हैं। जिससे आवागमन बाधित होने से आमजन को परेशानी हो रही है।
खेतों मे पानी, किसान परेशान
दूसरी तरफ खेतों में बरसाती पानी भर जाने से किसान फसलें गलने से चिंतित दिखाई दे रहे हैं। बारिश के कारण दूदू से नोल्या, दूदू से उदयपुरिया, दूदू से रामनगरव भोजपुर से हरसौली सड़क (Road Jaam) मार्ग के बीच बने बरसाती नालों में 3 से 5 फीट तक पानी का तेज बहाव होने से आवागमन बाधित हो गया है। ग्रामीण टे्क्टरों पर सवार होकर या फिर पैदल ही बरसाती नाले को पार कर अपने गंतव्य स्थान को जान जोखिम में डाल कर जा रहे हैं।
यहां भी चल रही चादर
बारिश का दौर चलने, पानी की आवक होने व पानी ओवरफ्लो होने से 9 फीट भराव वाले हनुमान सागर बांध गागरडू की सात से आठ इंच चादर चल रही है। बांध की सुरक्षा व निगरानी के लिए सिंचाई विभाग के एईएन नजर रखे हुए है। वहीं गैंजी के तालाब के लबालब होने के बाद चादर चलने लगी है।
विधायक का दौरा
विधायक (MLA) बाबूलाल नागर ने उपखंड अधिकारी राजेन्द्र सिंह शेखावत, विकास अधिकारी नारायण सिंह व सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अनिल कुमार थारोल सहित अन्य अधिकारियों के साथ क्षेत्र के सावरदा, ममाणा, मरवा, आदरवा, खाजपुरा सहित अन्य प्रभावित इलाके का दौरा कर बांधों व तालाबों का जायजा लेने पहुंचे।
कच्चे व पक्के मकान ढ़हे (house Damage )
दूदू क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के चलते लोगों के कच्चे व पक्के मकान भी ढ़ह गए है। इतना ही नहीं कई मकान क्षतिग्रस्त भी हो गए। बारिश के कारण सावरदा गांव में कच्चा मकान ढह गया। वहीं एक मकान की छत क्षतिग्रस्त हो गई। गंगाती खुर्द में भी कच्चा मकान तेज व लगातार हो रही बारिश को झेल नहीं सका और भरभराकर गिरकर मलबे में तब्दील हो गया। जिससे परिवार बेघर हो गया।