सबसे बड़ी शर्मनाक बात ये रही कि आरोपी दबंगों ने पेंड़ में बंधे मामा और भांजी की लाइव तस्वीर को मोबाइल कैमरे में कैद कर बदनाम करने की नीयत से सोशल मीडिया में वायरल करने की भी मौके पर धमकी देते नजर आए। इस दौरान आरोपी दबंगों ने इस मामले कि बाकायदा खाप पंचायत की तर्ज पर इलाके के मौलाना को बुलाकर पंचायत भी की, जहां दोनों पीडि़त एक पेड़ में बेजुबान जनावर की तरह बंधे सिसकते नजर आए। अब सवाल उठ रहा है कि जिस योगी सरकार में महिला उत्पीडऩ और दबंगों पर कारवाही को लेकर सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति का दावा कर रही है। उस सरकार में देखिये किस तरह एक महिला के साथ खुलेआम बर्बरता की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक श्रावस्ती जिले के सिरसिया इलाके से अपनी भांजी के घर नबाबगंज थाना क्षेत्र के एक गाँव में हाल चाल लेने पहुंचा पीडि़ता का मामा जब देर रात भांजी के कमरे में चार्जिंग पर लगे अपने मोबाइल को उठाने के लिये जैसे ही उसके कमरे के अंदर दाखिल हुआ तभी मौका पाकर किसी ने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया फिर क्या था आरोपियों ने सुबह गांव के लोगों को मौके पर इक_ा कर दोनो पर अवैध सम्बन्धों के आरोप जड़ दिए और फिर अवैध संबंध का आरोप लगाकर भरे गांव के बीच मामा और भांजी दोनों को यूकेलिप्टस के पेड़ से बांध कर लाठी डंडो से जमकर पिटाई की और भद्दी भद्दी गालियां भी दी।
नौ लोगों के खिलाफ तहरीर दी
पीडि़ता का पति नौकरी के सिलसिले में बाहर गया हुआ था और जब वापस आया तो इस मामले को अंजाम देने वाले अपने रिश्ते के चाचा सहित 9 लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर देकर थाना नवाबगंज में एफआईआर दर्ज कराया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुटी हुई है। वहीं इस घटना में स्थानीय पुलिस की भी लापरवाही सामने आई है। घटना बीते 25 सितंबर की है और इस मामले की रिपोर्ट तब दर्ज की गई जब मामला मीडिया के जरिए हाईलाइट हुआ। अब देखना है कि इस लापरवाही की जद में किन किन लापरवाहों की गर्दन नपती है?
इस मामले में एसपी सिटी अजय प्रताप ने बताया कि पीडि़ता के पति ने आरोप लगाया है कि उसके चाचा और परिवार के लोगों ने जान बूझ कर दोनों को बदनाम करने के लिये अवैध संबंधों का आरोप लगाते हुए पेड़ में बांध कर मारने पीटने का काम किया है। वहीं अभी तलक पुलिस ने किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहे हैं।