शादी का बंधन बाद में, अभी अपना कर्तव्य निभाना है
कोरोना से लडऩे शासकीय चिकित्सक ने स्थगित किया अपना विवाह कोरोना से लडऩे में करेंगे प्रशासन की मददपरिजनों ने बांट दिए थे कार्ड, शॉपिंग का काम भी हो चुका है पूरासीएमएचओ को आवेदन देकर निरस्त कराया अवकाश२५ मार्च को हट्टा जानी थी बारात
शादी का बंधन बाद में, अभी अपना कर्तव्य निभाना है
बालाघाट/खैरलांजी. एक ओर जहां सरकारी अधिकारी कर्मचारी कोरोना वायरस के डर से घर से निकलने में भी परहेज कर रहे हैं व परेशानी महसूस कर रहे हैं। वहीं जिले की खैरलांजी तहसील क्षेत्र के आरंभा में पदस्थ सेक्टर मेडिकल आफिसर डॉक्टर अमित विजयवार ने कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए अपनी शादी तक स्थगित कर दी है। उन्होंने अपना स्वीकृत किया जा चुका अवकाश भी निरस्त करने का आवेदन सीएमएचओ को दिया, जिसे सीएमएचओ ने स्वीकृत कर डॉ अमित विजयवार की तैनाती वर्तमान में मप्र और महाराष्ट्र बार्डर मोवाड़ में की है। अब डॉक्टर अमित विजयवार पूरे इमानदारी व जोश के साथ मोवाड़ बार्डर में बाहर से आने वाले लोगों की जांच कर रहे हैं।
डॉ अमित द्वारा दिखाई गई कर्तव्य निष्ठा व पेश की गई मिशाल की जिलेभर में तारीफ की जा रही है। वहीं डॉक्टर अमित विजयवार अन्य चिकित्सकों व पूरे स्वास्थ्य महकमें के लिए मिशाल बने हुए हैं।
२५ मार्च को जानी थी बारात
जानकारी के अनुसार जिले की खैरलांजी तहसील के भौरगढ़ निवासी शिव नारायण विजयवार के सुपुत्र डॉ अमित का विवाह जिले के हट्टा वार्ड नंबर १८ निवासी चितरंजन पिपरेवार की सुपुत्री प्रियंका (राखी) के साथ तय हुआ है। २४ मार्च को मण्डपाच्छादन और २५ मार्च को डॉ अमित का पाणिग्रहण संस्कार एवं लग्न समारोह होना तय हुआ था। इसके लिए परिजनों ने सभी तैयारियां पूरी कर ली थी। वहीं कार्ड भी सभी को वितरित कर दिए गए थे। वहीं डॉ अमित ने अपना अवकाश भी स्वीकृत करवा लिया गया था। जिसे डॉ अमित ने स्वयं से आवेदन कर अपना अवकाश निरस्त करवा लिया है।
महाराष्ट्र बार्डर में दे रहे सेवा
कोरोना वायरस महामारी की इस गंभीर विपत्ति की घड़ी में डॉ अमित विजयवार वर्तमान में जिले के अंतिम छोर में महाराष्ट्र बार्डर मोवाड़ में अपनी सेवा दे रहे हैं। देश भर में लॉक डाउन के चलते जिले से बड़ी संख्या में महानगरों में रोजी रोटी कमाने गए मजदूर काम बंद हो जाने से वापस शहर लौट रहे हैं। जिन्हें मोवाड़ बार्डर पर रोका जा रहा है। यहां उनके भोजन पानी की व्यवस्था के साथ ही डॉ अमित अपनी टीम के साथ सभी का स्वास्थ्य चेकअप कर रहे हैं। इसके बाद मजदूरों को उनके ग्रह ग्रामों तक भिजवाने की व्यवस्था की जा रही है।
वर्सन
२५ मार्च को विवाह होना था। लेकिन मुझे बड़ी खुशी है कि मेरी होने वाली धर्मपत्नी व उनके परिजनों ने मेरा साथ दिया और मुझे पहले मेरी जिम्मेदारी निभाने हौसला बढ़ाया। इस विपत्ती की घड़ी में कोरोना को हराने पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। शीघ्र ही जिले सहित पूरे देश में स्थिति सामान्य हो जाएगी। इसके बाद वैवाहिक रस्म भी मै अवश्य निभाउंगा।
डॉ अमित विजयवार, सेक्टर मेडिकल आफिसर