76 हजार से अधिक बच्चों को लगाया एमआर टीका
ज्योति के बोलने से वंचित होने का कारण मीजल्स रूबैला टीका नहीं
76 हजार से अधिक बच्चों को लगाया एमआर टीका
बालाघाट. बैहर तहसील के ग्राम आमगांव की निवासी माध्यमिक शाला की छात्रा ज्योति सोनवाने के बोलने से वंचित होने का कारण मीजल्स रूबैला टीकाकरण नहीं है। बल्कि घबराहट के कारण ज्योति के साथ ऐसा हुआ था। ज्योति अब पूरी तरह से ठीक हो चुकी है और ठीक से बोल भी रही है। सीएमएचओ डॉ मनोज पांडे ने बताया कि मीजल्स रूबैला टीकाकरण अभियान के अंतर्गत 17 जनवरी को कन्या माध्यमिक शाला आमगांव में छात्राओं को स्वास्थ्य विभाग के अमले द्वारा टीका लगाया गया है। 17 जनवरी को शाला की 69 छात्राओं को एमआर टीका लगाया गया है। छात्राओं के टीकाकरण के बाद छात्रा ज्योति सोनवाने के बोलने से असमर्थ होने की शिकायत मिलने पर उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बैहर में उपचार के लिए लाया गया था। इस छात्रा को बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया था। जिला अस्पताल में इस बालिका का उपचार किया गया है। बालिका अब पूरी तरह से स्वस्थ्य है और ठीक से बोल भी रही है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ निलय जैन द्वारा छात्रा ज्योति का उपचार किया गया है।
डॉ मनोज पांडे ने बताया कि सोशल मीडिया में वायरल खबर में कहा गया है कि छात्रा ज्योति मीजल्स रूबैला टीका लगने से बोलने से वंचित हो गई है। जबकि यह सही नहीं है। मीजल्स रूबैला टीकाकरण के कारण छात्रा की जुबान बंद नहीं हुई थी। छात्रा डर एवं घबराहट के कारण बोलने में असमर्थ हो गई थी। लेकिन अब वह पूरी तरह से स्वस्थ्य होकर अच्छे से बोल रही है। डॉ पांडे ने बताया कि एमआर टीका पूरी तरह से सुरक्षित है और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। हमारी आने वाली पी?ी के सुरक्षित भविष्य के लिए 09 माह से 15 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों को एमआर टीका लगाना जरूरी है। अब तक जिले के 76 हजार 604 बच्चों को एमआर टीका लगाया जा चुका है।
भ्रामकता पर न दें ध्यान
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ परेश उपलप ने पालकों एवं अभिभावकों से अपील की है कि भ्रामक प्रचार पर ध्यान न दें। मीजल्स रूबैला टीका पूरी तरह से सुरक्षित है और इस अभियान के अंतर्गत अपने 09 माह से 15 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों को यह टीका अवश्य लगवाए।
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