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बेमौसम बारिश- धान की सेहत पर असर, बदरा रही धान

बेमौसम बारिश से धान की सेहत खराब हो रही है। धान बदराने लगी है। जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। इस प्राकृतिक आपदा से किसानों को नुकसान होने की संभावना प्रबल बनी हुई है। बालाघाट. बेमौसम बारिश से धान की सेहत खराब हो रही है। धान बदराने लगी है। जिससे किसानों की चिंता बढ़ […]

बालाघाटMay 10, 2024 / 09:20 pm

Bhaneshwar sakure

बेमौसम बारिश

बेमौसम बारिश- धान की सेहत पर असर, बदरा रही धान

बेमौसम बारिश से धान की सेहत खराब हो रही है। धान बदराने लगी है। जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। इस प्राकृतिक आपदा से किसानों को नुकसान होने की संभावना प्रबल बनी हुई है।
बालाघाट. बेमौसम बारिश से धान की सेहत खराब हो रही है। धान बदराने लगी है। जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। इस प्राकृतिक आपदा से किसानों को नुकसान होने की संभावना प्रबल बनी हुई है। इधर, रबी सीजन की धान कटाई, मिसाई में किसान जुटे हुए हैं। अधिकांश किसान बेमौसम बारिश से फसल को बचाने में जुटे हुए हैं।

रबी सीजन की धान कटाई, मिसाई में जुट हैं किसान

जिले में रबी सीजन के धान की फसल की कटाई और मिसाई का कार्य प्रारंभ हो चुका है। जिन किसानों ने पहले ही धान की रोपाई की थी, वे अब फसल को काट कर उसके मिसाई का कार्य कर रहे हैं। लेकिन कृषि कार्य में बेमौसम बारिश खलल डाल रही है। ऐसे में बारिश होना और संभावना ने किसानों के माथे में चिंता की लकीरें ला दी है। बेमौसम बारिश से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। वहीं दूसरी ओर देरी से धान की रोपाई करने वाले किसानों को भी नुकसान हो रहा है।

बदरा रोग से उत्पादन होगा कम

किसानों के अनुसार मौसम में खराबी के चलते धान में बदरा रोग लगता है। इस बीमारी में पौधों में धान तो लगता है लेकिन उसके अंदर दाना नहीं होता है। इस वर्ष यह रोग सभी किसानों के खेतों में देखने को मिल रहा है। किसानों का कहना है कि यदि मौसम में लगातार इसी तरह बदलाव होते रहा तो रबी सीजन में भी धान का उत्पादन काफी प्रभावित होगा। जिससे किसानों को नुकसान होने की संभावना बनी हुई है।

देरी से लगाने वाली धान पर भी पड़ रहा असर

किसानों ने बताया कि कुछेक किसानों ने रबी सीजन में देरी से धान की रोपाई की थी। ऐसे में उन फसलों पर भी मौसम का असर पड़ रहा है। हालांकि, देरी से लगने वाली फसल के लिए यह बारिश अच्छी है। लेकिन बदलते तापमान से इसमें भी रोग लगने की संभावना बनी हुई है।

भूरा माहु कीटों से बचाव की सलाह

कृषि वैज्ञानिकों ने बदलते मौसम में धान की फसल को भूरा माहु कीटों से बचाव की सलाह दी है। विशेषज्ञ डॉ. धर्मेन्द्र आगाशे के अनुसार मौजूदा समय में धान के खेत में भूरा माहु का असर हो सकता है। किसानों को इस पर निगरानी रखनी चाहिए। उन्हेांने किसानों को सलाह दी है कि वे फसल के बीच में जाएं, पौधे के नीचले हिस्से में मच्छर जैसे कीट देखें। यदि कीटों की संख्या ईटीएल से ऊपर है तो इमिडा क्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत एससी प्रति एक मिली का 3 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडक़ाव करें। यदि कीट की संख्या अधिक है तो पाइमेमेट्रोजिन 100 ग्राम प्रति 200 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ की दर से छिडक़ाव करें।

14 तक हल्की बारिश की है चेतावनी

भारत मौसम विज्ञान विभाग नई दिल्ली के क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल से जिले के लिए पांच दिवसीय मध्यम श्रेणी मौसम पूर्वानुमान प्राप्त हुआ है। जिला कृषि मौसम इकाई कृषि विज्ञान केन्द्र बडग़ांव बालाघाट से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 10 से 14 मई तक मध्यम बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश और तेज हवा की गति, वज्रपात की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 40.8 से 43.1 डिग्री, न्यूयनतम तापमान 20.2 से 21.6 डिग्री सेल्सियस, सुबह हवा में 66 से 89 प्रतिशत, दोपहर में 66 से 37 प्रतिशत नमी रहने और आने वाले दिनों में हवा कि गति लगभग 10 से 43 किलो मीटर प्रति घंटे दक्षिण पश्चिम से उत्तर पश्चिम दिशा में रहने की संभावना है।

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